देहरादून: उत्तराखंड में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद पेयजल मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे बिशन सिंह चुफाल ने बुधवार को विभागीय अधिकारियों के की बैठक ली. इस दौरान उन्होंने गर्मियों में गहराते पेयजल संकट को लेकर अधिकारियों को जरुरी दिशा-निर्देश भी दिए.
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कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने कहा कि प्रदेश में पेयजल को लेकर आने वाले कुछ महीने चुनौती भरे रहते हैं. क्योंकि इस बार बारिश बहुत कम हुई है, जिस वजह से जल स्रोतों में पानी काफी है. इसीलिए पानी की समस्या रहेगी. ऐसे में सबसे पहले उन गांवों को चिन्हित किया गया, जो सड़क से 100 मीटर की दूरी पर है. इन गांवों में टैंकरों के माध्यम से आसानी से पानी पहुंचाया जा सकता है. ऐसी करीब 100 ग्राम पंचायत है पूरे प्रदेश में, जहां ये समस्या रहेंगी. कुछ गांव से ऐसे है, जो सड़क से 200 मीटर से लेकर एक किमी तक दूर है. वहां पर भी पानी की समस्या होगी. वहां आसपास जल स्रोतों में पानी कम है. अगर बारिश नहीं हुई तो सूख भी जाएंगे. ऐसे जंगहों पर पानी पहुंचाने के लिए विभागिय अधिकारियों से वार्ता की गई है. अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि उन गांवों में रहने वाले परिवारों तक खच्चरों से पानी पहुंचाया जाए.
इसके अलावा पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने बताया कि आगामी 2022 तक हर घर जल योजना का लक्ष्य भी पूरा करने के निर्देश दिया गया है. अभी उन्होंने पहली दफा विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की है, लेकिन आगे वह बैठकों और समीक्षाओं का दौर लगातार तेजी से बढ़ाएंगे. जिसके बाद प्रदेश में प्रस्तावित पेयजल से संबंधित सभी बड़ी योजनाओं को जल्द से जल्द अमलीजामा पहनाने का काम किया जाएगा.
पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने कहा कि उनके विभाग में सबसे ज्यादा कमी स्टाफ की है. इस कमी को पूरा करने के लिए वह 100 ज्यादा जूनियर इंजीनियरों की संविदा से भर्ती कर जाएगी.