देहरादून: धामी कैबिनेट ने बड़ा फैसला लेते हुए साल 1952 से 1970 के बीच पूर्वी पाकिस्तान से उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले में आये लाखों की संख्या में बंगाली समुदाय के लोगों को बड़ी राहत दी है. कैबिनेट ने उधमसिंह नगर में पूर्वी पाकिस्तान के रहने वाले हजारों विस्थापित परिवारों के नाम के आगे से पूर्वी पाकिस्तान शब्द को हटाने के फैसले पर मुहर लगा दी है.
कैबिनेट के फैसले के मुताबित अब पूर्वी पाकिस्तान से विस्थापित बंगाली समुदाय के लोगों को जारी होने वाले प्रमाण पत्र में 'पूर्वी पाकिस्तान से विस्थापित' के स्थान पर 'पूर्वी बंगाल से विस्थापित' लिखा जाएगा. बता दें कि उधमसिंह नगर में रह रहे हजारों परिवार लंबे समय से राज्य सरकारों से इस बाबत मांग कर रहे थे. इस मामले को लेकर बंगाली महासभा के लोगों ने बीते दिनों मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात भी की थी.
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जिसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस बाबत घोषणा भी की थी. आज हुई कैबिनेट बैठक में पूर्वी पाकिस्तान शब्द को हटाने के प्रस्ताव पर मंत्रिमंडल ने मुहर लगा दी है. जिस पर जल्द ही जियो भी जारी कर दिया जाएगा. सरकार के इस फैसले से उधमसिंह नगर जिले में करीब साढ़े तीन लाख लोगों को राहत मिलेगी. ये सभी पूर्वी पाकिस्तान से साल 1952 से 1970 के बीच यहां आए थे. इनमें से करीब 2 लाख 30 हजार वोटर भी शामिल हैं.
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वहीं, उधमसिंह नगर जिले से आए बंगाली समुदाय के लोगों ने बताया कि उनके प्रमाण पत्र में पूर्वी पाकिस्तान से विस्थापित लिखा जाता है जो उन्हें कलंकित करता है. जिसको लेकर वो कई बार राज्य सरकार से गुहार लगा चुके हैं, की उन्हें पूर्वी पाकिस्तान शब्द से आजाद किया जाए. जिसके बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़ा निर्णय लिया है. जिसके चलते वो सैकड़ों की संख्या में आज सचिवालय पहुंचे हैं ताकि मुख्यमंत्री का धन्यवाद कर सकें.