देहरादून: दीपावली के पावन त्योहार को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है. इस पांच दिवसीय दीप महोत्सव का शुभारंभ धनतेरस से होगा. 25 अक्तूबर को आयुर्वेद के जनक धनवंतरि ऋषि की पूजा होगी. वहीं धनतेरस पर खरीदारी का भी खास महत्व है, जिसके चलते धनतेरस को खरीदारी का महादिन भी कहा जाता है. ऐसी मान्यता है कि धनतेरस के शुभ दिन पर सोना, चांदी और बर्तन खरीदने से पूरे साल घर में संपन्नता बनी रहती है.
दीपावली के नजदीक आते-आते बाजारों की रौनक भी एकाएक बढ़ जाती है. धनतेरस के नजदीक आते ही लोगों में सोना-चांदी खरीदने को लेकर काफी उत्साह भी रहता है. इस बार सोने और चांदी के भाव ऊंचे होने से हल्के आभूषणों में ग्राहकों की दिलचस्पी ज्यादा रहने की उम्मीद की जा रही है. जिसको देखते हुए आभूषण कारोबारियों ने सोने और चांदी के हल्के आभूषणों के लुभावने डिजाइन तैयार किए हैं. वहीं इस मंदी के दौर में सर्राफा बाजार को उम्मीद है कि दीपावली जैसे बड़े त्योहार में बाजार की स्थिति में सुधार आएगा. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने सर्राफा व्यापारियों से बातचीत की है.
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उपहार के लिए चांदी के लिए छोटी-छोटी मूर्तियां तैयार
दीपावली के त्योहार में सोना-चांदी खरीदना और उपहार देने को काफी शुभ माना जाता है. ऐसे में सर्राफा बाजार में इस बार शुद्ध हॉलमार्क वाले चांदी के लक्ष्मी-गणेश के साथ-साथ अन्य देवताओं की छोटी-छोटी मूर्तियां उपहार वाले आइटम में शुमार हैं. 100% शुद्ध चांदी के हॉल मार्क वाले बर्तन भी इस बार दीपावली में बाजारों की रौनक बनी हुए हैं.
व्यापारी बताते हैं कि इस बार चांदी के MMTC के 999 शुद्धता वाले वाइल्ड एनिमल वर्ल्ड की स्पेशल सीरीज वाले नए सिक्के भी उपहार के रूप में बाजार में मौजूद हैं. साथ ही सोने की असली गिन्नी (रॉयल मिंट इंग्लैंड की ) और 925 हॉलमार्क वाली शुद्ध चांदी की मूर्तियां भी इस बार बाजार में उपलब्ध हैं. इस त्योहारी सीजन में सोने व हीरे के खरीदारों के लिए आधुनिक तकनीक से बने आकर्षक डिजाइन वाले गहने भी बाजार में मौजूद हैं.
बाजारों में दिख रहा मंदी का असर
सर्राफा व्यापारी सुनील कहते हैं कि पिछले सालों की तुलना में इस बार बाजार में कुछ हद तक मंदी का असर दिख रहा है. लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि दीपावली और धनतेरस के मौके पर खरीदारी करने वाले लोग कम ही सही, लेकिन मान्यता के अनुसार खरीदारी जरूर करेंगे. उन्होंने कहा कि साल 2016 से पहले जिस तरह से दीपावाली के मौके पर बाजारों में रौनक दिखती थी, उसमें नोटबंदी के बाद से थोड़ा कमी जरूर आई है.
सर्राफा व्यापारी सुनील मैसोन की मानें तो केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी को लेकर सर्राफा कारोबारियों में अभी तक असमंजस की स्थिति बनी हुई है. उन्होंने बताया कि पिछले दिनों जीएसटी के मामले में केंद्र सरकार द्वारा किए गए कुछ संशोधनों के बाद से व्यापारियों में थोड़ी राहत दिख रही है.