ऋषिकेश: मूसलाधार बारिश के कारण ऋषिकेश में शहर से लेकर गांव तक भारी नुकसान हुआ है. बारिश के कारण कैनाल रोड स्थित बरसाती नाले पर बनी एक पुलिया टूटकर लटक गयी है. पुलिया का एक हिस्सा अचानक धंस गया है. सुरक्षा के लिहाज से पुलिया पर आवाजाही रोक दी गई है. जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान का कहना है कि पुलिया टूटने से करीब 5 हजार की आबादी प्रभावित हो गई है. ग्रामीणों को लगभग 5 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी का सफर तय करना पड़ रहा है.
पीडब्ल्यूडी ने सिंचाई विभाग पर झाड़ा पल्ला: जिला पंचायत सदस्य ने घटना की सूचना लोक निर्माण विभाग और सिंचाई विभाग को दी. जिसके बाद सिंचाई विभाग के एसडीओ अनुभव नौटियाल और पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता धीरेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे और मुआयना किया. हालंकि मौका मुआयना करने के बाद जानकारी दी गई कि उक्त मार्ग और क्षतिग्रस्त हुई पुलिया सिंचाई विभाग के कार्य एवं निर्माण क्षेत्र में आती है.
निर्माण के समय लोगों ने गुणवत्ता पर उठाए थे सवाल: जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान ने बताया कि कैनाल रोड और इस पुल का जब निर्माण चल रहा था, उस समय से लगातार इसकी गुणवत्ता पर सवाल भी उठते रहे हैं. बावजूद इसके जिम्मेदार अधिकारियों ने मामले में गंभीरता नहीं दिखाई. इसका नतीजा आज देखने को मिल रहा है. बरसात के चलते यह पुलिया अचानक टूट गयी है. राहत की बात ये है कि पुलिया के टूटने से कोई जन हानि नहीं हुई है.
अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप: जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान ने जिम्मेदार अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि क्षेत्र में जगह-जगह जलभराव की स्थिति है. लोगों के घरों में पानी भरा हुआ है. इसके बावजूद भी क्षेत्र में अधिकारियों ने आने की जहमत तक नहीं उठाई. प्रशासन के द्वारा ना तो बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाई गई है और ना ही किसी भी तरह का चिन्हीकरण का कार्य हुआ है.
पीडब्ल्यूडी और सिंचाई विभाग के अधिकारियों में विरोधाभास: सिंचाई विभाग के एसडीओ अनुभव नौटियाल ने बताया कि क्षतिग्रस्त हुई पुलिया सिंचाई विभाग ने नहीं बनाई है. हालांकि कैनाल रोड और रोड साइड के नाले का निर्माण सिंचाई विभाग ने करवाया है. इसकी जानकारी उन्हें उनके कर्मचारियों और स्थानीय लोगों से मिली है. पुलिया पीडब्ल्यूडी ने बनाई है. जिसकी मरम्मत का जिम्मा भी पीडब्ल्यूडी का होना चाहिए.
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PWD के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर का क्या कहना है? वहीं पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता का कहना है कि कैनाल रोड सिंचाई विभाग के अंतर्गत आती है. जिस पर पुलिया का निर्माण 2004 में सिंचाई विभाग द्वारा किया गया है. क्षतिग्रस्त पुलिया के निर्माण की जिम्मेदारी सिंचाई विभाग की बनती है.
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