देहरादून: यूट्यूबर बॉबी कटारिया सोशल मीडिया के लिए वैसे तो बहुत पुराना नाम है, लेकिन उत्तराखंड और उत्तराखंड पुलिस के लिए यह नाम हाल ही में तब सुर्खियों में आया, जब उत्तराखंड की सड़कों पर बैठकर बॉबी कटारिया ने खूब जाम छलकाए. बॉबी कटारिया का वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुए. वैसे बॉबी कटारिया ने यह काम कोई पहली बार नहीं किया है.
एक यूट्यूबर होने के नाते बॉबी कटारिया इस तरह के कारनामे पहले भी कर चुका है. सोशल मीडिया या यह कहे यूट्यूबर को व्यूज से अधिक और कुछ नहीं चाहिए होता है, यही काम बॉबी कटारिया ने बेहद शानदार तरीके से किया. बताया जा रहा है कि बॉबी कटारिया ने जो कुछ भी किया वो प्रायोजित था. जिससे उसकी आने वाली बॉयोग्राफी का बिना पैसा खर्च करे प्रचार-प्रसार हो सके.
बयानबाजी से मिली बॉबी को टीआरपी: उत्तराखंड में रोजाना ना जाने कितने लोग शराब पीते हुए चालान कटवा देते हैं. रोजाना इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं, लेकिन बॉबी कटारिया ने जैसे ही राजधानी की एक सुनसान सड़क पर शराब पीकर फोटो सोशल मीडिया पर डाली तो हल्ला हो गया. यूट्यूबर बॉबी कटारिया शायद चाहता भी यही था. एक परिपक्व एक्टर की सोच के तहत उसने यह काम किया, ताकि उसकी बनने वाली बायोग्राफी के लिए वह बिना पैसे खर्च किए प्रचार कर सके और हुआ भी यही.
राजधानी देहरादून में जैसे ही यह घटना घटी, वैसे ही उसके तमाम वीडियो भी सामने आ गए. जिसने उसे और सुर्खियों में लाकर खड़ा कर दिया. उत्तराखंड पुलिस ने आनन-फानन में बॉबी कटारिया के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी. हैरानी तो तब हुई जब शराब पीने के आरोप में पुलिस ने ऐसी दलीलें पेश की मानो अब बॉबी कटारिया का कुछ नहीं हो सकता. उत्तराखंड के विधायकों से लेकर पुलिस के बड़े अधिकारी बॉबी कटारिया पर बयानबाजी करते रहे. जिसका फायदा यूट्यूबर बॉबी कटारिया को मिला.
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व्यूज के लिए बॉबी ने किया पुलिस का इस्तेमाल?: बताया जाता है कि इस घटना से पहले बॉबी कटारिया के जितने भी वीडियो आ रहे थे, उसमें जो व्यूज थे उसकी संख्या अब 4 गुना और बढ़ गई है. यानी बॉबी कटारिया ने इस कारनामे से बिना पैसे खर्च किए वह सारे काम कर दिए जो शायद वह अपनी वीडियो बनाकर नहीं कर पा रहा था. उत्तराखंड की मीडिया बॉबी कटारिया के पीछे हाथ धोकर पड़ी रही. पुलिस के साथ-साथ नेता, विधायक सभी बॉबी कटारिया की बातें करते रहे. जिससे बॉबी कटारिया को अच्छी खासी माउथ पब्लिसिटी मिली.
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बेहद शातिर निकला बॉबी कटारिया: सड़क पर खुले आम शराब पीने के मामले में उत्तराखंड पुलिस एक्शन में आई. उत्तराखंड पुलिस ने बॉबी कटारिया को गिरफ्तार करने की लाख कोशिश की, मगर पुलिस उसे छू तक नहीं पाई. उसके खिलाफ वारंट निकाले गये, इनाम घोषित किया गया. मगर इन सबका बॉबी कटारिया पर कोई असर नहीं पड़ा. वह चैन से यहां वहां घूमता रहा. इस बीच सोशल मीडिया पर भी उसके फॉलोवर्स बढ़ने लगे.
बॉबी कटारिया को लेकर उत्तराखंड पुलिस की कार्रवाई के गुब्बारे की हवा तब निकल गई, जब बॉबी कटारिया देहरादून अपने वकीलों के साथ पहुंचा. उसने 25000 रुपए के मुचलके पर आसानी से बेल ले ली. इस बात का जश्न भी उसने अपने ही अंदाज में मनाया. इसके वीडियो भी सोशल मीडिया पर अपलोड किये. उसने बताने की कोशिश की जितना हल्ला मचा है उसके बाद भी वह एक झटके में जमानत लेकर बाहर से बाहर ही आ गया. ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि पुलिस ने बॉबी कटारिया के ऊपर कार्रवाई की है या बॉबी कटारिया ने पुलिस को अपनी टीआरपी के लिए इस्तेमाल किया.
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क्या कहते हैं जानकार: बॉबी कटारिया पर सड़क पर बैठ कर शराब पीने का आरोप था. इस मामले में बातचीत करते हुए वरिष्ठ वकील अरुण भदौरिया कहते हैं ये बहुत ही हंसी की बात है कि शराब पीने के इस केस का इतना मीडिया ट्रायल हुआ है. इस मामले में रही सही कसर बयानबाजी ने पूरी की. जिसका सीधा फायदा बॉबी कटारिया को मिला. वे बताते हैं ऐसे मामले में अगर कोई व्यक्ति सार्वजानिक जगह पर शराब पीता है और किसी तरह की रोड जाम या मरीज का रास्ता रोकता है या सरकारी कर्मचारी को ड्यूटी के लिए लेट हुआ हो तो ऐसे मामले में कुछ कार्रवाई बनती है.
लेकिन वो भी तब होता जब कोई ऐसी शिकायत आती, उसे सिद्ध करना पड़ता है. लेकिन इस मामले में ऐसा कुछ होना नहीं था. इस मामले को बेवजह का तूल देकर हल्ला किया गया. जबकि बॉबी कटारिया पहले भी ऐसे कई कारनामे कर चुका है, जिसके कारण वो हमेशा ही चर्चाओं में रहता है.