देहरादून: उत्तराखंड में जेलों की सुरक्षा को लेकर हमेशा से सवाल खड़े होते रहे हैं. कभी रुड़की तो कभी हरिद्वार जेल में मोबाइल फोन का प्रयोग और कैदियों के बीच में हथियारों से लड़ाई की घटनाएं होती रहती हैं. जेल में बैठकर रंगदारी भरे फोन करने की घटना तो मानो देश भर की जेलों में आम बात हो गई है. लेकिन एक बार फिर से उत्तराखंड की राजधानी देहरादून की सुद्धोवाला जेल में 2 कैदियों के बीच खूनी संघर्ष के बाद एक बार फिर से जेलों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं. सवाल इस बात का है कि अगर अपराधी जेल में भी अपराध करेंगे तो भला उनको लॉकअप में डालने का फायदा ही क्या है.
जेल में खूनी संघर्ष: 3 जून के दिन देहरादून की सुद्धोवाला जेल में बंद आदित्य तोमर और विवेक नाम के कैदी के बीच खूनी संघर्ष की खबर है. हत्या के आरोप में बंद आदित्य तोमर जिस जगह पर रात को अपना बिस्तर लगा कर सोता है, उस जगह पर उस दिन चोरी के आरोप में बंद दूसरे कैदी विवेक चंदेल ने अपना बिस्तर लगा लिया. तोमर को यह बात रास नहीं आई. तोमर और विवेक चंदेल के बीच इसी बात को लेकर कहासुनी हुई. जिसके बाद दोनों को सुरक्षाकर्मियों ने अलग अलग कर दिया. लेकिन अगले ही दिन किसी को यह मालूम नहीं था कि आदित्य तोमर, विवेक चंदेल के ऊपर हमला कर सकता है.
चाय पीते वक्त कैंची से किया हमला: सुबह जिस वक्त सभी कैदियों की तरह विवेक नाम का कैदी बैरक के बाहर बैठकर चाय पी रहा था, तभी आदित्य तोमर ने उसके ऊपर कैंची से हमला कर दिया. पीछे से हुए हमले में विवेक गंभीर रूप से घायल हो गया. आनन-फानन में पूरी जेल में शोर-शराबा मचने के बाद सुरक्षाकर्मियों और दूसरे कैदियों ने बीच-बचाव करके किसी तरह से विवेक चंदेल की जान बचा ली. उसे जेल अस्पताल में ही भर्ती करवाया है. जहां उसकी कमर पर और एक हाथ पर गहरे घाव बताए जा रहे हैं. फिलहाल वह खतरे से बाहर बताया जा रहा है. कैदियों के बीच हुई इस मारपीट और खून खराबे से जेल प्रशासन की नींद उड़ गई है. अब जेल प्रशासन द्वारा बाहर से आने वाले कैदियों और तमाम कैदियों पर कड़ी निगरानी रखने के लिए और स्टाफ को लगाया गया है.
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जेल में सुरक्षा बढ़ाई गई: जिस कैंची से हमला हुआ वह कैंची आदित्य तोमर ने सिकंदर नाम के कैदी से उस वक्त ली थी जिस वक्त वह किसी के बाल काटने के लिए सामान बाहर निकाल रहा था. मौका पाते ही आदित्य तोमर ने कैंची उठाई और विवेक पर हमला करना शुरू कर दिया. घटना के बाद डीआईजी जेल धनी राम मौर्य ने कहा है कि जेल प्रशासन की तरफ से लगातार निगरानी रखी जा रही है. पहले से ही आदित्य की हरकतें कुछ ठीक नजर नहीं आ रही थी. फिलहाल घायल कैदी खतरे से बाहर है. सघन चेकिंग अभियान के आदेश जेल प्रशासन को दिए गए हैं.