देहरादूनः उत्तराखंड में बदरी-केदार मंदिर समिति (BKTC) की भूमि पर कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है. बीकेटीसी की भूमि पर अवैध कब्जा करने वाले 188 लोगों को नोटिस भेजा गया है, जिन्हें जल्द से जल्द कब्जा खाली करने को कहा गया है. अगर कब्जा नहीं हटाया गया तो उनके ऊपर बड़ी कार्रवाई की जाएगी.
दरअसल, बदरी-केदार मंदिर समिति की परिसंपत्तियों पर अतिक्रमण देखने को मिल रहा है. इसके खिलाफ अब समिति बड़ी कार्रवाई करने जा रही है. बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि उत्तराखंड और अन्य राज्यों में मौजूद बीकेटीसी की परिसंपत्तियों पर अवैध कब्जे को लेकर लंबे समय से शिकायतें मिल रही थी, जिसकी बारीकी से जांच करवाई गई और इन जमीनों पर कब्जा पाया गया है. ऐसे में 188 लोगों को मंदिर समिति की तरफ से नोटिस भेजा गया है.
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बदरी-केदार मंदिर समिति की मानें तो इन 188 अतिक्रमणकारियों के अलावा और भी कई ऐसे लोग हैं, जो मंदिर समिति की संपत्तियों पर कब्जा करके बैठे हैं. ऐसे सभी लोगों को सख्त हिदायत दी गई है कि वो जल्द से जल्द मंदिर समिति की परिसंपत्तियों से अपना कब्जा हटा लें, नहीं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. अजेंद्र अजय का कहना है कि लंबे समय से मंदिर समिति की किराये या लीज पर दी गई दुकानों और अन्य परिसंपत्तियों पर अनुबंध के अनुसार किराया नहीं दिया जा रहा था. इस पर मंदिर समिति ने एक कड़ा एक्शन लिया है.
अजेंद्र अजय ने बताया कि जिन्होंने बीकेटीसी का किराया नहीं दिया था, उनसे पिछले वित्तीय वर्ष में 22 लाख रुपए की वसूली की गई है. इस बार भी लगातार यह वसूली जारी है. मंदिर समिति ने उन लोगों को सख्त चेतावनी दी है जो मंदिर समिति की परिसंपत्तियों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. जो किराए और लीज पर हैं, वो मंदिर समिति के अनुबंध के अनुसार अपना भुगतान समय पर कर दें.
चढ़ावे में संपत्ति भी देते हैं भक्त: गौर हो कि उत्तराखंड में मौजूद चारों धामों में से एक बदरी विशाल धाम देश के चारधामों में से एक है. यहां देश भर से लोग अपनी श्रद्धा से चढ़ावा देते हैं. कुछ लोग अपनी अचल संपत्ति भी भगवान बदरीनाथ को चढ़ावे में दे देते हैं. ऐसे में पिछली कई शताब्दियों से लगातार उत्तराखंड में मौजूद बदरीनाथ धाम के नाम पर चढ़ावे की भूमि महाराष्ट्र के मुरादनगर, गुजरात, लखनऊ जैसी जगहों पर मौजूद हैं. वहीं प्रदेश के भीतर भी हल्द्वानी, रामनगर, देहरादून, चमोली, पांडुकेश्वर जैसी जगहों पर भगवान बदरीनाथ के नाम पर लोगों ने अपनी जमीनों को दान दिया है. लेकिन लंबे समय से इन संपत्तियों की देखरेख न होने की वजह से इन पर लगातार अवैध कब्जे हुए हैं. अब बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय की पहल पर इन जमीनों की खोजबीन की जा रही है, जहां पर कई जमीनों पर अवैध कब्जा किया गया है.