ETV Bharat / state

BJP कार्यकर्ताओं ने काला दिवस के रूप में मनाया आपातकाल दिवस - देहरादून भाजपा कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया

देहरादून, मसूरी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने 25 जून को आपातकाल दिवस पर विरोध प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने इसे काला दिवस के रूप में मनाया.

BJP's performance
भाजपा का प्रदर्शन
author img

By

Published : Jun 25, 2021, 7:09 PM IST

देहरादून/मसूरी: आपातकाल के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने देहरादून और मसूरी में विरोध-प्रदर्शन किया. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी सरकार ने देश के लोगों को प्रताड़ित किया था. कार्यकर्ताओं कांग्रेस से मांग की कि कांग्रेस अपने कार्य पर माफी मांग कर पश्चाताप करे.

भाजपा कार्यकर्ताओं ने माथे पर काली पट्टी बांधकर विरोध-प्रदर्शन किया. भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ. जयपाल सिंह चौहान ने कहा कि देश में आपातकाल की घोषणा के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देशवासियों के सभी मौलिक अधिकारों को निरस्त कर दिया था. विपक्ष के नेताओं को रातों-रात जेल में डाल दिया गया और उनके साथ अमानवीय व्यवहार करते हुए शारीरिक यातनाएं दी गईं.

पढें- उत्तराखंड कांग्रेस में बड़े बदलाव की सुगबुगाहट, जल्द मिल सकते हैं नए प्रदेश अध्यक्ष


वहीं भाजपा जिला महामंत्री विकास तिवारी ने कहा कि सांसद के रूप में इंदिरा गांधी की अयोग्यता और आपातकाल की घोषणा 25 जून 1975 को की गई थी. 1971 के संसदीय चुनाव के दौरान इंदिरा गांधी ने रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र से श्री राज नारायण को हराया था. जिन्होंने बाद में इंदिरा गांधी पर चुनावी कदाचार का आरोप लगाते हुए इलाहाबाद उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी. जिसके परिणाम स्वरूप आए फैसले से अपने को बचाने के लिए इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगाया था.

पढें-मेनका की चिट्ठी से उत्तराखंड सरकार में हड़कंप, अफसरों पर खनन माफिया से मिलीभगत का आरोप

कुशासन का अंत हुआ

मसूरी के महात्मा योगेश्वर सरस्वती शिशु विद्या मंदिर इंटर कालेज के सभागार में आपातकाल को काला दिवस के रूप में मनाया. इस दौरान भाजपा मसूरी मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल ने कहा कि आपातकाल के समय सभी अधिकार छीन लिये गये थे. वहीं इंदिरा गांधी के पुत्र संजय गांधी ने देश के नागरिकों का उत्पीड़न किया. जिससे देश में उनके खिलाफ माहौल बना और अंत में कुशासन का अंत हुआ. उन्होंने कहा कि आज जो लोग संविधान को खतरे में रखने की बात करते हैं उन्हें पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए.

देहरादून/मसूरी: आपातकाल के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने देहरादून और मसूरी में विरोध-प्रदर्शन किया. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी सरकार ने देश के लोगों को प्रताड़ित किया था. कार्यकर्ताओं कांग्रेस से मांग की कि कांग्रेस अपने कार्य पर माफी मांग कर पश्चाताप करे.

भाजपा कार्यकर्ताओं ने माथे पर काली पट्टी बांधकर विरोध-प्रदर्शन किया. भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ. जयपाल सिंह चौहान ने कहा कि देश में आपातकाल की घोषणा के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देशवासियों के सभी मौलिक अधिकारों को निरस्त कर दिया था. विपक्ष के नेताओं को रातों-रात जेल में डाल दिया गया और उनके साथ अमानवीय व्यवहार करते हुए शारीरिक यातनाएं दी गईं.

पढें- उत्तराखंड कांग्रेस में बड़े बदलाव की सुगबुगाहट, जल्द मिल सकते हैं नए प्रदेश अध्यक्ष


वहीं भाजपा जिला महामंत्री विकास तिवारी ने कहा कि सांसद के रूप में इंदिरा गांधी की अयोग्यता और आपातकाल की घोषणा 25 जून 1975 को की गई थी. 1971 के संसदीय चुनाव के दौरान इंदिरा गांधी ने रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र से श्री राज नारायण को हराया था. जिन्होंने बाद में इंदिरा गांधी पर चुनावी कदाचार का आरोप लगाते हुए इलाहाबाद उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी. जिसके परिणाम स्वरूप आए फैसले से अपने को बचाने के लिए इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगाया था.

पढें-मेनका की चिट्ठी से उत्तराखंड सरकार में हड़कंप, अफसरों पर खनन माफिया से मिलीभगत का आरोप

कुशासन का अंत हुआ

मसूरी के महात्मा योगेश्वर सरस्वती शिशु विद्या मंदिर इंटर कालेज के सभागार में आपातकाल को काला दिवस के रूप में मनाया. इस दौरान भाजपा मसूरी मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल ने कहा कि आपातकाल के समय सभी अधिकार छीन लिये गये थे. वहीं इंदिरा गांधी के पुत्र संजय गांधी ने देश के नागरिकों का उत्पीड़न किया. जिससे देश में उनके खिलाफ माहौल बना और अंत में कुशासन का अंत हुआ. उन्होंने कहा कि आज जो लोग संविधान को खतरे में रखने की बात करते हैं उन्हें पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.