देहरादूनः पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के बीच शब्द भेदी बाणों की वर्षा जारी है. पहले बंशीधर भगत का हरदा को प्रायश्चित के लिए कहना, फिर हरदा की ओर से बंशीधर भगत को बिना काम चुनाव जीतने वाला बयान सामने आया. अब बंशीधर भगत ने हरीश रावत को कड़े शब्दों में दो टूक कही है.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत का कहना है कि चुनाव जीतने के लिए किसी गुरु मंत्र की जरुरत नहीं होती, बल्कि इसके लिए परिश्रम, आम जनता के बीच जाकर विकास और झूठ से बचने की आवश्यकता होती है. उपवास के बजाए पश्चाताप पर हरीश रावत के कटाक्ष पर उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता की राय का सम्मान करते हैं. उन्हें कांग्रेस में प्रिंसिपल के लिए कोई उपयुक्त नेता नहीं मिला.
पढ़ेंः हरीश रावत का बंशीधर पर तीखा प्रहार, बोले- 'बिना काम चुनाव जीतने की कला कोई आपसे सीखे'
बंशीधर भगत ने कहा कि वह तीन बार नैनीताल, एक बार हल्द्वानी और वर्तमान में कालाढूंगी से विधायक चुने गए हैं. उन्हें जनता ने विकास की बदौलत वोट किया और जनता परखने के बाद मत देती है. उन्होंने कहा कि रावत तुष्टिकरण और फरेब की राजनीति छोड़ दें तो विजय उन्हें भी मिलेगी.