देहरादून: रविवार को हुई बीजेपी कोर कमेटी की बैठक में उम्मीद जताई जा रही थी कि लंबे समय से विवादों में चल रहे विधायकों के मामले में कुछ नया देखने को मिलेगा. लेकिन कोर कमेटी की बैठक के बाद भी बीजेपी बगावती सुर में बोल रहे पूरन सिंह फर्त्याल पर कोई निर्णायक फैसला नहीं ले पाई है.
बैठक के बाद जब मीडिया ने पूरन फर्त्याल और महेश नेगी के विषय में बीजेपी अध्यक्ष से सवाल किया तो वो इस मुद्दे पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए. उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि अगर मंत्री, विधायक या पदाधिकारी को कोई समस्या है तो वो पहले पार्टी फोरम पर कहेंगे, न कि किसी अन्य स्थान पर. अगर इस बात का उल्लंघन किया जाता है, तो वह अनुशासनहीनता की श्रेणी में माना जाएगा.
पढ़ें- अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंचेगा मंडुवा व झंगोरा, बाजार में बढ़ी पहाड़ी उत्पादों की मांग
गौर हो कि विधायक पूरन सिंह को पार्टी ने नोटिस दिया था, जिसका उन्होंने कड़े शब्दों में जवाब भी दे दिया है. उनके तेवर जस के तस हैं, जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पूरी लीडरशिप एक साथ होने के बाद भी अब तक कोई ठोस फैसला नहीं ले पाई है. अब माना जा रहा है कि बीजेपी संगठन की ओर से सांसद अजय भट्ट और अजय टम्टा पूरन सिंह से बात करेंगे.