देहरादून: उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव 2022 से पहले सियासी उठापटक जारी है. विधानसभा चुनावों से पहले उत्तराखंड में दलबदल का खेल चल रहा है. बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य के कांग्रेस में जाने के बाद बीजेपी विधायक उमेश शर्मा काऊ को लेकर भी अब इसी तरह की चर्चाएं तेज हो गई हैं. यहां तक कहा जा रहा है कि यशपाल आर्य के साथ उमेश शर्मा भी राहुल गांधी के घर गए थे.
बताया जा रहा है कि इस दौरान यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव तो कांग्रेस में शामिल हो गए, लेकिन उमेश शर्मा के कांग्रेस में शामिल होने पर हरीश रावत ने ही अड़ंगा लगा दिया था और वो कांग्रेस में शामिल नहीं हो पाए. इन सब बातों ने कितनी सच्चाई है इस बारे में जब खुद उमेश शर्मा से सवाल किया गया तो उन्होंने पूरी कहानी बताई.
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उमेश शर्मा ने इन सब चर्चाओं को सिरे से नकार दिया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी हाईकमान उन्हें जिस भी काम को कहेगा वो करेंगे. जब राहुल गांधी से मिलने या कांग्रेस ज्वाइन करने के लेकर काऊ से सवाल किया गया तो उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि बीजेपी हाईकमान, राहुल और उनके साथी ही सच जानते हैं.
हालांकि, उन्होंने इससे इतर एक और बयान जरूर दिया है, जिससे ये साफ हो गया है कि बीजेपी में भी कांग्रेस की तरह सब कुछ सही नहीं चल रहा था. उमेश शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के शपथ ग्रहण के दौरान कांग्रेस से बीजेपी में आने वाले उनके कुछ साथी नाराज थे, जिसमें से एक यशपाल आर्य भी थे.
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शर्मा के मुताबिक यशपाल आर्य मंत्री की शपथ भी नहीं लेना चाहते थे. इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने नाराज नेताओं से करीब 14 से 15 बार बात की. इसके बाद नाराज नेताओं ने शपथ ग्रहण में भाग लिया. उमेश शर्मा ने बताया कि नेताओं की नाराजगी दूर करने के लिए हाईकमान ने यशपाल आर्य, सतपाल महाराज और हरक सिंह रावत के कद भी बढ़ाये थे.