देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चंपावत चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही अब भाजपा और कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. जहां कांग्रेस के विधायक व खटीमा सीट से मुख्यमंत्री धामी को हराने वाले भुवन कापड़ी ने सीएम पर गम्भीर आरोप लगाए हैं. वहीं, इस पर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस के पास अब कुछ रह नहीं गया है. उनको पता है कि चंपावत उपचुनाव (champawat by-election) में भी उन्हें विधानसभा चुनाव 2022 की तरह हार का मुंह देखना पड़ेगा. जिसको लेकर कांग्रेस में अब बौखलाहट है और अब वह आरोप लगाकर अपना दिल हल्का कर रही है.
भारतीय जनता पार्टी के मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान (BJP media in-charge Manveer Chauhan) का कहना है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) के डेढ़ माह के कार्यकाल में उत्तराखंड में जो विकास कार्य हुए हैं, वह ऐतिहासिक हैं. आज प्रदेश की जनता जानती है कि धामी के कार्यकाल में प्रत्येक व्यक्ति के हित के लिए कार्य हुए हैं और यही कारण रहा कि उनकी खटीमा में हार के बाद भी जनता मांग करती रही कि पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाया जाए.
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इसके साथ ही चौहान ने कहा कि सीएम धामी भारी मतों से चंपावत सीट से विजय हासिल करेंगे और कांग्रेस ने इस चुनाव में लड़कर मात्र अपना समय बर्बाद कर रही है क्योंकि प्रदेश की जनता जानती है कि अब कांग्रेस मात्र एक डूबता हुआ जहाज है.
मनवीर चौहान ने कहा कि चंपावत से कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी हिमेश खर्कवाल पहले ही मैदान छोड़ चुके हैं. वहीं, अब अगर कोई भी प्रत्याशी मैदान में आ जाए, तो भाजपा और मुख्यमंत्री की जीत पर कोई भी असर नहीं पड़ने वाला है. इसके साथ ही चौहान ने कहा कि भाजपा हमेशा से सनातन धर्म का पालन करती रही है. कांग्रेस मात्र मुख्यमंत्री के केदारनाथ दौरे के दौरान आई फोटो को एजेंडे के तौर पर प्रयोग कर रही है जबकि, केदारनाथ आपदा के दौरान कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जूतों पहनकर ही मंदिर परिसर में ही चले गए थे. कांग्रेस मात्र अब आरोप ही लगा सकती है.