देहरादून: शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन कंपनी एमएसडब्ल्यू चेन्नई द्वारा कूड़ा उठान में लापरवाही बरतने को लेकर बीजेपी के पार्षदों ने मेयर सुनील उनियाल को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान उन्होंने कंपनी पर नगर निगम की छवि को खराब करने का आरोप लगाते हुए कूड़ा कलेक्शन का काम वापस लेने की मांग की. पार्षदों का कहना है कि नगर निगम को खुद कूड़ा उठान का कार्य करना चाहिए.
पार्षदों का आरोप है कि कूड़े की गाड़ियां 20-20 दिन तक क्षेत्रों में नहीं जाती है. इस वजह से घरों में इकट्ठा होने वाला कूड़ा सड़ता रहता है और गंदगी फैलने लगती है. पार्षदों के मुताबिक क्षेत्रों में कूड़ा कलेक्शन के लिए जाने वाले ड्राइवर शराब पीकर गाड़ी चलाते हैं और गाली-गलौज भी करते हैं. ज्ञापन में कहा गया है कि कई कूड़ा उठान गाड़ियां मकान मालिकों से तय से ज्यादा शुल्क बिना पर्ची के अवैध रूप से ले रहे हैं. सभी पार्षदों ने मांग की है कि निगम की छवि को खराब करने की कोशिश करने वाली कंपनी से कार्य वापस लेना चाहिए और साथ ही इनसे निगम में दिया ऑफिस भी खाली करवाया जाए.
पढ़ें- मां करवा रही थी बेटियों से गंदा काम, हकीकत सुन पुलिस रह गई दंग
ज्ञापन को लेकर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि कंपनी को बोर्ड ने टेंडर दिया था. लेकिन, अगर शहर की सफाई में कोताही बरती जा रही है तो इसे किसी भी कीमत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने पार्षदों को आश्वासन देते हुए कहा कि जल्द से जल्द जांच कर मामले में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
वहीं, बीजेपी पार्षद अनिता शर्मा ने कहा कि कंपनी के काम से सभी पार्षद परेशान हैं. कंपनी की कार्यशैली को लेकर लंबे समय से लोग शिकायत कर रहे हैं और इस कंपनी के सुपरवाइजर पार्षदों के गलत व्यवहार के मामले भी सामने आये हैं. इस वजह से मेयर ज्ञापन सौंपते हुए कंपनी के खिलाफ उचित कार्रवाई करने और दूसरी कंपनी को कूड़ा उठान का टेंडर व नगर निगम द्वारा ही यह कार्य करने की मांग की गई है.