देहरादूनः उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से पहले दिसंबर महीना भाजपा और कांग्रेस के तय कार्यक्रमों के लिए बड़ी चुनौती बन गया है. एक तरफ कांग्रेस के लिए राहुल गांधी देहरादून पहुंच रहे हैं तो दूसरी तरफ भाजपा की तरफ से उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हरिद्वार पहुंचकर पार्टी के लिए चुनाव से पहले एक खास कार्यक्रम की शुरुआत करने जा रहे हैं. इस लिहाज से इन दोनों ही पार्टियों के लिए इन कार्यक्रमों को सफल बनाना बड़ी चुनौती बना हुआ है.
उत्तराखंड में चुनाव से पहले तमाम कार्यक्रमों के तहत नेताओं के दौरे शुरू हो गए हैं. लेकिन दिसंबर महीने में कुछ खास कार्यक्रम हैं जिन पर न केवल राजनीतिक दलों की नजर है. बल्कि, आम जनता भी इन कार्यक्रमों पर नजर बनाए हुए हैं. इसी में से एक कांग्रेस का पाकिस्तान पर भारत की जीत के बाद बांग्लादेश को अलग करने में कामयाब 1971 की जंग को 'विजय दिवस' के रूप में मनाने का कार्यक्रम भी है.
इस विजय दिवस को मनाने के लिए पूर्व सैनिकों और इस युद्ध के शहीदों को राहुल गांधी सम्मानित करेंगे. खास बात यह है कि इसके बाद एक जनसभा करने का भी कार्यक्रम है. जिसके लिए कांग्रेस ने अपनी ताकत झोंक दी है. इस कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुटाकर हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में जुटी भीड़ को चुनौती भी देने का काम कांग्रेस करेगी.
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हालांकि, भले ही राहुल गांधी की रैली कांग्रेस के लिए चुनौती बनी हुई हो लेकिन उसके बाद भी कांग्रेस के तमाम बड़े नेता एक मंच पर आकर इस रैली को सफल बनाने की कोशिशों में जुटे हुए हैं. दूसरी तरफ भाजपा हरिद्वार से 'रथ यात्रा' की शुरुआत करते हुए चुनावी बिगुल फूंकने जा रही है. भाजपा की इस 'रथ यात्रा' को हरी झंडी दिखाने के लिए खुद भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हरिद्वार पहुंच रहे हैं. इसके बाद 'रथ यात्रा' लगातार अलग-अलग जिलों में दिखाई देगी.