मसूरी/कोटद्वारः द्वाराहाट से कांग्रेस विधायक मदन सिंह बिष्ट के खिलाफ बीजेपी मुखर हो गई है. विधायक बिष्ट पर कुमाऊं इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक के साथ अभद्रता का आरोप लगा है. इस मामले को अब बीजेपी भुनाने लगी है. मामले को लेकर प्रदेशभर में बीजेपी प्रदर्शन कर रही है. इतना ही नहीं मदन सिंह बिष्ट का पुतला दहन कर विधायक की सदस्यता समाप्त करने की मांग बीजेपी कर रही है.
![Dwarahat MLA Madan Singh Bisht](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/19-09-2023/19552029_mohan.jpg)
मसूरी में बीजेपी युवा मोर्चा ने फूंका विधायक बिष्ट का पुतलाः बीजेपी युवा मोर्चा मसूरी मंडल ने द्वाराहाट के कांग्रेस विधायक मदन सिंह बिष्ट का पुतला दहन किया. साथ ही विधायक मदन बिष्ट के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर उनके निलंबन की मांग उठाई. मसूरी बीजेपी के पूर्व मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल, पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल, बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष रविंद्र रावत ने कहा कि कांग्रेस विधायक मदन सिंह बिष्ट ने कुमाऊं इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक के साथ गाली गलौज की.
![BJP Protest Mussoorie](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/19-09-2023/uk-deh-02-mussoorie-putla-vis-uk10025_19092023135542_1909f_1695111942_88.jpg)
उनका आरोप था कि साथ ही घर पर जाकर अभद्रता भी की. जिसको लेकर युवा मोर्चा ने मदन सिंह बिष्ट का पुतला फूंका है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक का यह कृत्य निंदनीय है. जिसका विरोध किया जा रहा है. विधायक बिष्ट की सदस्यता समाप्त की जाए और उन्हें कांग्रेस पार्टी से भी निष्कासित किया जाए.
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कोटद्वार में मदन बिष्ट के खिलाफ नारेबाजीः कोटद्वार में बीजेपी युवा मोर्चा से जुड़े कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर कांग्रेस विधायक मदन बिष्ट का पुतला फूंका. बीजेपी युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष शांतनु रावत ने बताया कि कांग्रेस पार्टी की नीयत में खोट रहा है. उनके नेताओं की जुबान भी खराब है. साल 2014 में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकसभा प्रत्याशी बनाने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने अभद्र टिप्पणी की थी. यह कांग्रेस की नीयत को दिखाता है.
![Dwarahat MLA Madan Singh Bisht](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/19-09-2023/19552029_mohanbisht.png)
हल्द्वानी में बीजेपी ने उठाए कांग्रेस पर सवालः द्वाराहाट विधायक मदन बिष्ट के वीडियो वायरल होने के बाद हल्द्वानी में बीजेपी मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की. साथ ही विधायक बिष्ट का पुतला दहन किया. बीजेपी महिला पदाधिकारियों का कहना था कि कांग्रेस का चरित्र उनके विधायक के कृत्य से साफ हो गया है. जिस तरीके कांग्रेस के विधायक ने यह कृत्य किया है, उसका महिला मोर्चा पूरी तरीके से विरोध करती है. मामले में विधायक को माफी मांगनी चाहिए.
![Dwarahat Congress MLA Madan Bisht](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/19-09-2023/19552029_mohanbisthhh.png)
ये है पूरा मामला: दरअसल, बीती शनिवार रात बिपिन त्रिपाठी कुमाऊं प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक केकेएस मेर के आवास पर विधायक मदन बिष्ट ने हंगामा किया था. हंगामे से जुड़ा वीडियो भी वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में विधायक बिष्ट अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते नजर आ रहे हैं.
वहीं, संस्थान के निदेशक केकेएस मेर ने रविवार को मदन बिष्ट के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई. रिपोर्ट में उन्होंने बताया था कि विधायक मदन बिष्ट रात के समय कुछ लोगों के साथ उनके घर पहुंचे. जहां उन्होंने घर के बाहर हंगामा किया. जबकि, घर पर उनकी पत्नी और बेटी भी मौजूद थीं. ऐसे में उन्होंने विधायक को जाने को कहा था.
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मामले में निदेशक मेर ने खुद की और परिवार के सदस्यों को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की. उधर, पुलिस ने मामले में विधायक मदन बिष्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस की मानें तो कांग्रेस विधायक मदन सिंह बिष्ट पर इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक के आवास पर कथित तौर पर हंगामा करने और उनके लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करने समेत अन्य आरोप लगे हैं. जिस पर केस दर्ज कर जांच की जा रही है.
विधायक मदन बिष्ट ने सफाई में कही ये बातः मामला तूल पकड़ा तो विधायक मदन बिष्ट ने अपनी सफाई दी. उनका कहना था कि वो इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक के घर गए थे. जहां उन्होंने उनसे दरवाजा खोलने की बात कही थी, लेकिन जवाब में निदेशक ने उन्हें 'Get Lost From Here' कहकर भगा दिया. विधायक बिष्ट ने इसे प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताया.
उनका कहना था कि जनप्रतिनिधि के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में वो विधानसभा में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाएंगे. उन्होंने आगे कहा कि वो इंजीनियरिंग कॉलेज में काम करने वाले मेस कर्मचारियों, सुरक्षा कर्मियों और दैनिक वेतन भोगियों के संबंध में कुछ सवालों को लेकर गए थे, लेकिन निदेशक ने उन्हें मौके से जाने को कह दिया. इससे पहले निदेशक बार-बार उनके कॉल को नजरअंदाज कर रहे थे. ऐसे में उनको वहां जाना पड़ा.