ETV Bharat / state

सावधान: देहरादून के निजी और सरकारी अस्पतालों के ICU वॉर्ड फुल हैं !

author img

By

Published : Sep 16, 2020, 9:22 AM IST

राजधानी देहरादून के सरकारी और निजी अस्पतालों के आइसीयू बेड के लिए कई-कई दिनों की वेटिंग चल रही है. गंभीर हालत वाले मरीज को इंटेंसिव केयर यूनिट में भर्ती कराने के लिए परिजनों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.

icu
आईसीयू

देहरादून: राजधानी देहरादून में कोरोना का ग्राफ बेतहाशा बढ़ता जा रहा है. वहीं सरकार के समक्ष यक्ष चुनौती भी बढ़ती जा रही है. आलम यह है कि राजधानी देहरादून के सरकारी और निजी अस्पतालों के आइसीयू बेड के लिए कई-कई दिनों की वेटिंग चल रही है. गंभीर हालत वाले मरीज को इंटेंसिव केयर यूनिट में भर्ती कराने के लिए परिजनों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.

देहरादून के निजी और सरकारी अस्पतालों के ICU वॉर्ड फुल हुए.

राजधानी देहरादून में शुरुआती चरण में राजकीय दून मेडिकल कॉलेज और एम्स ऋषिकेश में ही कोरोना संक्रमितों का इलाज चल रहा था. लेकिन कोरोना का बढ़ता ग्राफ देख कर सरकार ने निजी अस्पतालों को भी कोरोना के इलाज की अनुमति दे दी है.

हालांकि जिले में अभी भी पांच ही निजी अस्पताल से कोरोना के इलाज से जुड़े हैं. इन अस्पतालों में कुल मिलाकर 51 आइसीयू बेड की व्यवस्था है. फिलहाल एम्स और दून मेडिकल कॉलेज में 135 आइसीयू बेड ही उपलब्ध हैं. बीते कई दिनों से कोविड-19 अस्पतालों में इंटेंसिव केयर यूनिट फुल चल रही हैं. ऐसे में जब कोई गंभीर मरीज स्वस्थ हो जाता है तो उसकी जगह अस्पताल दूसरे गंभीर मरीजों को आईसीयू में शिफ्ट कर देता है.

ऐसे में आइसीयू की कमी से जूझ रहे देहरादून के दून अस्पताल में बेड बढ़ाने की कवायद तेज की जा रही है. हालांकि मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सरकार से एक लाख मरीजों की क्षमता के अस्पताल और 5 हजार आईसीयू और वेंटिलेटर की व्यवस्था करने की मांग की है. कांग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि कोरोना का कम्यूनिटी ट्रांसमिशन (सामाजिक विस्तार) शुरू हो चुका है. ऐसे में सरकार को इसकी घोषणा करनी चाहिए. उन्होंने राज्य में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों और रोजाना हो रही मरीजों की मौतों के सिलसिले में त्रिवेंद्र सरकार की महामारी से निपटने की रणनीति को पूरी तरह से फेल करार दिया है.

पढ़ें: उत्तरकाशी से सटी भारत-चीन अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सैन्य हलचल तेज

उन्होंने कहा कि अस्पतालों में बेड नहीं हैं. मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में जल्द कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के साथ बैठक कर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी. यदि जरूरत पड़ी तो कांग्रेस पार्टी सभी अस्पतालों और सीएम आवास कूच करने से भी पीछे नहीं हटेगी.

पढ़ें: चंद्रभागा नदी किनारे बसी झोपड़ियों को हटाया गया, SDM बोले- पूरे शहर से हटेगा अतिक्रमण

बता दें कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. राज्य में अब तक 34,407 मरीज कोरोना संक्रमित हो चुके हैं जबकि 438 लोगों की मौत हो गई है. ऐसे में कांग्रेस ने आइसीयू बेड की कमी से जूझ रहे अस्पतालों में जल्द व्यवस्था व्यवस्थाएं करने की मांग राज्य सरकार से की है.

पढ़ें: लोकसभा ने संसद सदस्य वेतन, भत्ता और पेंशन संशोधन विधेयक को मंजूरी दी

कांग्रेस का मानना है कि संक्रमण कम्यूनिटी ट्रांसमिशन की ओर बढ़ रहा है. ऐसे में सरकार को एक लाख क्षमता वाले अस्पताल और 5 हजार आइसीयू और वेन्टीलेटरों की व्यवस्था जल्द करनी चाहिए. इसके अलावा 10 हजार ऑक्सीजन सिलेंडर युक्त बेडों का इंतजाम सरकार को करना चाहिए.

देहरादून: राजधानी देहरादून में कोरोना का ग्राफ बेतहाशा बढ़ता जा रहा है. वहीं सरकार के समक्ष यक्ष चुनौती भी बढ़ती जा रही है. आलम यह है कि राजधानी देहरादून के सरकारी और निजी अस्पतालों के आइसीयू बेड के लिए कई-कई दिनों की वेटिंग चल रही है. गंभीर हालत वाले मरीज को इंटेंसिव केयर यूनिट में भर्ती कराने के लिए परिजनों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.

देहरादून के निजी और सरकारी अस्पतालों के ICU वॉर्ड फुल हुए.

राजधानी देहरादून में शुरुआती चरण में राजकीय दून मेडिकल कॉलेज और एम्स ऋषिकेश में ही कोरोना संक्रमितों का इलाज चल रहा था. लेकिन कोरोना का बढ़ता ग्राफ देख कर सरकार ने निजी अस्पतालों को भी कोरोना के इलाज की अनुमति दे दी है.

हालांकि जिले में अभी भी पांच ही निजी अस्पताल से कोरोना के इलाज से जुड़े हैं. इन अस्पतालों में कुल मिलाकर 51 आइसीयू बेड की व्यवस्था है. फिलहाल एम्स और दून मेडिकल कॉलेज में 135 आइसीयू बेड ही उपलब्ध हैं. बीते कई दिनों से कोविड-19 अस्पतालों में इंटेंसिव केयर यूनिट फुल चल रही हैं. ऐसे में जब कोई गंभीर मरीज स्वस्थ हो जाता है तो उसकी जगह अस्पताल दूसरे गंभीर मरीजों को आईसीयू में शिफ्ट कर देता है.

ऐसे में आइसीयू की कमी से जूझ रहे देहरादून के दून अस्पताल में बेड बढ़ाने की कवायद तेज की जा रही है. हालांकि मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सरकार से एक लाख मरीजों की क्षमता के अस्पताल और 5 हजार आईसीयू और वेंटिलेटर की व्यवस्था करने की मांग की है. कांग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि कोरोना का कम्यूनिटी ट्रांसमिशन (सामाजिक विस्तार) शुरू हो चुका है. ऐसे में सरकार को इसकी घोषणा करनी चाहिए. उन्होंने राज्य में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों और रोजाना हो रही मरीजों की मौतों के सिलसिले में त्रिवेंद्र सरकार की महामारी से निपटने की रणनीति को पूरी तरह से फेल करार दिया है.

पढ़ें: उत्तरकाशी से सटी भारत-चीन अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सैन्य हलचल तेज

उन्होंने कहा कि अस्पतालों में बेड नहीं हैं. मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में जल्द कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के साथ बैठक कर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी. यदि जरूरत पड़ी तो कांग्रेस पार्टी सभी अस्पतालों और सीएम आवास कूच करने से भी पीछे नहीं हटेगी.

पढ़ें: चंद्रभागा नदी किनारे बसी झोपड़ियों को हटाया गया, SDM बोले- पूरे शहर से हटेगा अतिक्रमण

बता दें कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. राज्य में अब तक 34,407 मरीज कोरोना संक्रमित हो चुके हैं जबकि 438 लोगों की मौत हो गई है. ऐसे में कांग्रेस ने आइसीयू बेड की कमी से जूझ रहे अस्पतालों में जल्द व्यवस्था व्यवस्थाएं करने की मांग राज्य सरकार से की है.

पढ़ें: लोकसभा ने संसद सदस्य वेतन, भत्ता और पेंशन संशोधन विधेयक को मंजूरी दी

कांग्रेस का मानना है कि संक्रमण कम्यूनिटी ट्रांसमिशन की ओर बढ़ रहा है. ऐसे में सरकार को एक लाख क्षमता वाले अस्पताल और 5 हजार आइसीयू और वेन्टीलेटरों की व्यवस्था जल्द करनी चाहिए. इसके अलावा 10 हजार ऑक्सीजन सिलेंडर युक्त बेडों का इंतजाम सरकार को करना चाहिए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.