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बदरी-केदार धाम के इतिहास में पहली बार 15 दिन लेट खुलेंगे कपाट, जानें बड़ी वजह

बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के रावलों को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन किया गया है इसलिए उत्तराखंड सरकार ने ये निर्णय लिया है.

बदरीनाथ और केदारनाथ
बदरीनाथ और केदारनाथ
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Published : Apr 20, 2020, 3:01 PM IST

Updated : Apr 20, 2020, 3:16 PM IST

देहरादून: देवभूमि उत्तराखंड के विश्व प्रसिद्ध चारधाम के कपाट खोले जाने को लेकर प्रदेश सरकार ने एक अहम निर्णय लिया है. उत्तराखंड सरकार ने बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि आगे बढ़ा दी है. गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट अपनी तय तिथि पर 26 अप्रैल (अक्षय तृतीया के दिन) को खुलेंगे. पर्यटन और धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने कहा है कि टिहरी राजपरिवार से विचार विमर्श के बाद ये फैसला लिया गया है. दरअसल, टिहरी राजपरिवार ही इसके लिये अधिकृत होता है.

जानकारी देते हुए पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज.

गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही 26 अप्रैल से चारधाम यात्रा की शुरुआत हो जाएगी लेकिन इस बार बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के कपाट नियत तिथि पर नहीं खुलेंगे. केदारनाथ धाम के कपाट पहले 29 अप्रैल को खोले जाने थे, लेकिन उत्तराखंड सरकार के नए निर्णय के अनुसार अब 14 मई को खोले जाएंगे.

वहीं, बदरीनाथ धाम के कपाट 30 अप्रैल को खोले जाने थे, लेकिन वो भी अब 15 मई को सुबह 4:30 बजे खोले जाएंगे. यानी बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के कपाट इस बार अपनी नियत तिथि से 15 दिन बाद खोले जाएंगे. इसकी वजह दोनों धामों के रावल (मुख्य पुजारी) को 14 दिन क्वारंटाइन किया जाना है.

पढ़ें- हरिद्वार पहुंचे गंगोत्री धाम के रावल, कपाट खोलने को लेकर कही ये बात

दरअसल, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट को स्थानीय पुरोहित ही खोलते हैं लेकिन बदरीनाथ और केदारनाथ के कपाट खोलने के लिए रावल दक्षिण भारत (केरल) से आते हैं. केदारनाथ के रावल रविवार को ही ऊखीमठ पहुंचे गए थे. बदरीनाथ के रावल सोमवार को ही उत्तराखंड पहुंचे. केंद्र सरकार की गाइड लाइन के अनुसार दोनों ही रावल को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन किया जाना जरूरी है. इसीलिए दोनों धामों के कपाट खुलने की तिथि आगे बढ़ाई गई है.

इसके अलावा सरकार ने स्पष्ट किया है कि बाहरी राज्य से यदि कोई भी तीर्थ यात्री उत्तराखंड आता है तो उसे भी 14 दिन के क्वारंटाइन किया जाएगा. उसी के बाद वो धाम जा सकता है.

देहरादून: देवभूमि उत्तराखंड के विश्व प्रसिद्ध चारधाम के कपाट खोले जाने को लेकर प्रदेश सरकार ने एक अहम निर्णय लिया है. उत्तराखंड सरकार ने बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि आगे बढ़ा दी है. गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट अपनी तय तिथि पर 26 अप्रैल (अक्षय तृतीया के दिन) को खुलेंगे. पर्यटन और धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने कहा है कि टिहरी राजपरिवार से विचार विमर्श के बाद ये फैसला लिया गया है. दरअसल, टिहरी राजपरिवार ही इसके लिये अधिकृत होता है.

जानकारी देते हुए पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज.

गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही 26 अप्रैल से चारधाम यात्रा की शुरुआत हो जाएगी लेकिन इस बार बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के कपाट नियत तिथि पर नहीं खुलेंगे. केदारनाथ धाम के कपाट पहले 29 अप्रैल को खोले जाने थे, लेकिन उत्तराखंड सरकार के नए निर्णय के अनुसार अब 14 मई को खोले जाएंगे.

वहीं, बदरीनाथ धाम के कपाट 30 अप्रैल को खोले जाने थे, लेकिन वो भी अब 15 मई को सुबह 4:30 बजे खोले जाएंगे. यानी बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के कपाट इस बार अपनी नियत तिथि से 15 दिन बाद खोले जाएंगे. इसकी वजह दोनों धामों के रावल (मुख्य पुजारी) को 14 दिन क्वारंटाइन किया जाना है.

पढ़ें- हरिद्वार पहुंचे गंगोत्री धाम के रावल, कपाट खोलने को लेकर कही ये बात

दरअसल, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट को स्थानीय पुरोहित ही खोलते हैं लेकिन बदरीनाथ और केदारनाथ के कपाट खोलने के लिए रावल दक्षिण भारत (केरल) से आते हैं. केदारनाथ के रावल रविवार को ही ऊखीमठ पहुंचे गए थे. बदरीनाथ के रावल सोमवार को ही उत्तराखंड पहुंचे. केंद्र सरकार की गाइड लाइन के अनुसार दोनों ही रावल को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन किया जाना जरूरी है. इसीलिए दोनों धामों के कपाट खुलने की तिथि आगे बढ़ाई गई है.

इसके अलावा सरकार ने स्पष्ट किया है कि बाहरी राज्य से यदि कोई भी तीर्थ यात्री उत्तराखंड आता है तो उसे भी 14 दिन के क्वारंटाइन किया जाएगा. उसी के बाद वो धाम जा सकता है.

Last Updated : Apr 20, 2020, 3:16 PM IST
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