देहरादून: स्वास्थ्य महानिदेशालय नींद से जागने के लिए शायद किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहा है. क्योंकि निदेशालय में लगी लिफ्ट की हालत तो यही बता रही है. स्वास्थ्य महानिदेशालय दुर्घटना के बाद भी सबक लेने को तैयार नहीं है. हाल ही में निदेशालय में लगी लिफ्ट करीब 2 मंजिल से गिर गई थी.
बता दें कि जब ये दुर्घटना हुई थी उस दौरान सचिव स्वास्थ्य और स्वास्थ्य महानिदेशक लिफ्ट के अंदर ही मौजूद थे. इस घटना के बाद जांच कमेटी भी गठित की गई, लेकिन खराब लिफ्ट का अब भी लोग इस्तेमाल कर रहे हैं. जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
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खास बात यह है कि उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम द्वारा इस भवन का निर्माण करवाया गया था और इस लिफ्ट को भी 20 लाख रुपए की लागत से लगाया गया था. फिलहाल स्वास्थ्य महानिदेशालय जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं.
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉक्टर अमिता उप्रेती की मानें तो मामले में जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. फिलहाल जांच रिपोर्ट का इंतजार है और इसके बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
स्वास्थ्य महानिदेशालय लगातार इस मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है. हालांकि मामले में प्रथम दृष्टया जिम्मेदार दिख रहा उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम अभी पूरे दृश्य से गायब दिखाई दे रहा है. देखते हैं जांच रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य महानिदेशालय कब तक दोषियों पर कार्रवाई करता है और जिम्मेदार निगम के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है.