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दुर्घटना को दावत देती लिफ्ट का अब भी हो रहा इस्तेमाल, स्वास्थ्य निदेशालय को जांच रिपोर्ट का इंतजार

स्वास्थ्य महानिदेशालय में दुर्घटना को दावत देती लिफ्ट का अभी भी इस्तेमाल हो रहा है. कुछ समय पहले सचिव स्वास्थ्य और स्वास्थ्य महानिदेशक इसी लिफ्ट में दुर्घटना का शिकार हुए थे.

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Published : Oct 5, 2019, 10:05 PM IST

Updated : Oct 5, 2019, 11:52 PM IST

स्वास्थ्य निदेशालय

देहरादून: स्वास्थ्य महानिदेशालय नींद से जागने के लिए शायद किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहा है. क्योंकि निदेशालय में लगी लिफ्ट की हालत तो यही बता रही है. स्वास्थ्य महानिदेशालय दुर्घटना के बाद भी सबक लेने को तैयार नहीं है. हाल ही में निदेशालय में लगी लिफ्ट करीब 2 मंजिल से गिर गई थी.

बता दें कि जब ये दुर्घटना हुई थी उस दौरान सचिव स्वास्थ्य और स्वास्थ्य महानिदेशक लिफ्ट के अंदर ही मौजूद थे. इस घटना के बाद जांच कमेटी भी गठित की गई, लेकिन खराब लिफ्ट का अब भी लोग इस्तेमाल कर रहे हैं. जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

पढ़ें- निगम के 2000 कर्मियों पर लटकी वसूली की तलवार, सरकार से राहत की उम्मीद

खास बात यह है कि उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम द्वारा इस भवन का निर्माण करवाया गया था और इस लिफ्ट को भी 20 लाख रुपए की लागत से लगाया गया था. फिलहाल स्वास्थ्य महानिदेशालय जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं.

दुर्घटना को दावत देती लिफ्ट

स्वास्थ्य महानिदेशक डॉक्टर अमिता उप्रेती की मानें तो मामले में जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. फिलहाल जांच रिपोर्ट का इंतजार है और इसके बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

स्वास्थ्य महानिदेशालय लगातार इस मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है. हालांकि मामले में प्रथम दृष्टया जिम्मेदार दिख रहा उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम अभी पूरे दृश्य से गायब दिखाई दे रहा है. देखते हैं जांच रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य महानिदेशालय कब तक दोषियों पर कार्रवाई करता है और जिम्मेदार निगम के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है.

देहरादून: स्वास्थ्य महानिदेशालय नींद से जागने के लिए शायद किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहा है. क्योंकि निदेशालय में लगी लिफ्ट की हालत तो यही बता रही है. स्वास्थ्य महानिदेशालय दुर्घटना के बाद भी सबक लेने को तैयार नहीं है. हाल ही में निदेशालय में लगी लिफ्ट करीब 2 मंजिल से गिर गई थी.

बता दें कि जब ये दुर्घटना हुई थी उस दौरान सचिव स्वास्थ्य और स्वास्थ्य महानिदेशक लिफ्ट के अंदर ही मौजूद थे. इस घटना के बाद जांच कमेटी भी गठित की गई, लेकिन खराब लिफ्ट का अब भी लोग इस्तेमाल कर रहे हैं. जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

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खास बात यह है कि उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम द्वारा इस भवन का निर्माण करवाया गया था और इस लिफ्ट को भी 20 लाख रुपए की लागत से लगाया गया था. फिलहाल स्वास्थ्य महानिदेशालय जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं.

दुर्घटना को दावत देती लिफ्ट

स्वास्थ्य महानिदेशक डॉक्टर अमिता उप्रेती की मानें तो मामले में जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. फिलहाल जांच रिपोर्ट का इंतजार है और इसके बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

स्वास्थ्य महानिदेशालय लगातार इस मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है. हालांकि मामले में प्रथम दृष्टया जिम्मेदार दिख रहा उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम अभी पूरे दृश्य से गायब दिखाई दे रहा है. देखते हैं जांच रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य महानिदेशालय कब तक दोषियों पर कार्रवाई करता है और जिम्मेदार निगम के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है.

Intro:summary- स्वास्थ्य महानिदेशालय में दुर्घटना को दावत देती लेफ्ट अब भी इस्तेमाल हो रही है... आपको बता दें कि इस लिफ्ट में ही सचिव स्वास्थ्य और स्वास्थ्य महानिदेशक दुर्घटना का शिकार होते हुए बाल-बाल बचे थे... जिसके बाद से ही लिफ्ट को सही करने का काम चल रहा है...


Body:स्वास्थ्य महानिदेशालय दुर्घटना के बाद भी सबक लेने को तैयार नहीं है... हाल ही में निदेशालय में लिफ्ट के करीब 2 मंजिल से गिरने की घटना के बाद भी लोग इस लिफ्ट का इस्तेमाल कर रहे हैं... आपको बता दें कि सचिव स्वास्थ्य और स्वास्थ्य महानिदेशक दुर्घटना के दौरान लिफ्ट के अंदर ही मौजूद थे.. मामले में जांच कमेटी गठित कर दी गई है... लेकिन ख़राब लिफ्ट का अब भी लोग इस्तेमाल कर रहे हैं... खास बात यह है कि उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम द्वारा इस भवन का निर्माण करवाया गया था और इस लिफ्ट को भी 20 लाख की लागत से लगाया गया था... सबके बावजूद हुई इस घटना के बाद भी महानिदेशालय सबक नहीं ले रहा है... हालांकि स्वास्थ्य महाविद्यालय को फिलहाल जांच रिपोर्ट का इंतजार है... स्वास्थ्य महानिदेशक डॉक्टर अमिता उप्रेती की माने तो मामले में जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है... फिलहाल जांच रिपोर्ट का इंतजार है और इसके बाद दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।।।

बाइट डॉ अमिता उप्रेती स्वास्थ्य महानिदेशक उत्तराखंड


Conclusion:स्वास्थ्य महानिदेशालय लगातार इस मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है... हालांकि मामले में प्राथमिक दृष्टया जिम्मेदार दिख रहा उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम अभी पूरे दृश्य से गायब दिखाई दे रहा है... देख रही होगा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य महानिदेशालय कब तक दोषियों पर कार्रवाई करता है और जिम्मेदार निगम के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है।।।
Last Updated : Oct 5, 2019, 11:52 PM IST
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