रुद्रप्रयाग: बीते बरसात में जगह-जगह भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हुए गुप्तकाशी कालीमठ चैमासी मोटर मार्ग का आज तक ट्रीटमेंट न होने से मार्ग पर सफर करना जानलेवा बना हुआ है. मार्ग के रख-रखाव का जिम्मा संभाले लोक निर्माण विभाग द्वारा क्षतिग्रस्त मोटर मार्ग के ट्रीटमेंट के लिए लाखों रुपये का आंकलन शासन को भेजा गया था, लेकिन शासन से स्वीकृति ना मिलने के कारण आपदा से क्षतिग्रस्त मार्ग के ट्रीटमेंट का कार्य अधर में लटका हुआ है.
बता दें कि बीते बरसात में मंदाकिनी और सरस्वती नदियों के कटाव से गुप्तकाशी-कालीमठ-चैमासी मोटर मार्ग दो स्थानों पर भूस्खलन के कारण अत्यधिक क्षतिग्रस्त हो गया था, लेकिन लंबा समय बीत होने के बाद भी मार्ग का ट्रीटमेंट नहीं हुआ है. मोटर मार्ग जगह-जगह क्षतिग्रस्त होने से राहगीरों को जान-जोखिम में डालकर आवाजाही करनी पड़ रही है.
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कालीमठ घाटी के अंतर्गत आने वाले गांव कविल्ठा, ब्यूंखी, कोटमा और जाल मल्ला गांव के प्रधानों ने बताया कि बरसात के समय कुणजेठी तल्ली के निकट मोटर मार्ग का बहुत बड़ा हिस्सा भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हो गया था, लेकिन लंबा समय बीत जाने के बाद भी मोटर मार्ग का ट्रीटमेंट न होने से मार्ग का सफर करना जोखिम भरा है. ऐसे में अगर जल्द ही क्षतिग्रस्त मोटर मार्ग का ट्रीटमेंट नहीं किया गया, तो कालीमठ घाटी के जनमानस लोक निर्माण विभाग और प्रदेश सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे. वहीं, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का कहना कि आपदा से क्षतिग्रस्त मोटर का आंकलन शासन को भेजा गया है. स्वीकृति मिलने पर शीघ्र निर्माण कार्य शुरू किए जाएंगे.
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