ऋषिकेशः प्रदेश में हो रही लगातार बारिश और बर्फबारी से मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. तीर्थनगरी में गुरुवार को हुई तेज बारिश की वजह से जगह-जगह जलभराव हो गया है. कई जगह सड़कें तालाब में तब्दील हो गई है. ऐसे में दुर्घटनाओं की खतरा बना हुआ है. स्थानीय लोग जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं. वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां की सड़कों की रखरखाव पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. साथ ही कहा कि नाले खोदकर जस की तस रख दिया गया है.
ऋषिकेश नगर की अधिकांश सड़कें खस्ताहाल स्थिति में हैं. थोड़े से बारिश में ही सड़कें पानी से लबालब हो जाती है. इतना ही नहीं सड़कों पर गड्ढे हैं या गड्ढों पर सड़कें इसका अंदाजा लगाना कठिन है. सुबह से हो रही बारिश के कारण नगर में जगह-जगह जलभराव हो गया है. जिससे दुपहिया वाहन चालक इन गड्ढों में गिर कर चोटिल रहे हैं, साथ ही स्थानीय लोगों को आवाजाही करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर पालिका के बाद नगर निगम बनने से उन्हें काफी उम्मीदें थीं. लेकिन सड़कों की हालत जस की तस है. स्थानीय निवासी महावीर शर्मा ने बताया कि बीते एक साल से गंगानगर के लोग सड़क रखरखाव की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन कोई इसकी सुध नहीं ले रहा है. उन्होंने कहा कि इन सड़कों पर गड्ढों का अनुमान लगाना कठिन है.
एक स्थानीय निवासी सतीश शर्मा का कहना है कि सड़कें और नाले खोदने के बाद छोड़ दिया है. इतना ही नहीं नाले में पानी की निकाशी की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. वहीं, उन्होंने प्रशासन से सड़कों और नालों के रखरखाव की मांग की.
थोड़े से बारिश ने नगर निगम के ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल दी है. अब देखना ये होगा कि नगर निगम प्रशासन नगर के ड्रेनेज सिस्टम को कब तक दुरुस्त कर पाता है.