देहरादून: उत्तराखंड के आयुर्वेदिक कॉलेजों में बढ़ी हुई फीस को लेकर एक बार फिर आयुष छात्र आंदोलित हैं. देहरादून के परेड ग्राउंड धरना स्थल पर एकत्रित होकर आयुष छात्रों ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और आयुष मंत्री हरक सिंह रावत का पुतला फूंका. आयुष छात्रों का कहना है कि सरकार हाईकोर्ट के नियमों की भी अनदेखी कर रही है. हाईकोर्ट ने कॉलेजों को बढ़ी हुई फीस वापसी के लिए आदेश दिया है, लेकिन सरकार और कॉलेज अपनी मनमानी कर रहे हैं.
बता दें कि आयुर्वेदिक कॉलेजों में फीस बढ़ोत्तरी को लेकर हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि फीस वापस ली जाए. आयुष छात्र मोहम्मद फैजल का कहना है कि सरकार आयुर्वेदिक कॉलेजों को न्यायालय के आदेशों का पालन नहीं करवा पा रही है. मुख्यमंत्री रावत ने आयुष छात्रों को आश्वासन दिया था कि आयुर्वेदिक कॉलेजों को न्यायालय के आदेशों का पालन करवाया जाएगा. लेकिन तीन महीने बीतने के बाद भी कुछ नहीं हुआ. आरोप है कि आयुष छात्रों को कक्षाओं में बैठने तक नहीं दिया जा रहा है.
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प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि आगामी दो मार्च से उनकी परीक्षाएं होनी हैं. परीक्षाओं में बैठने के लिए एग्जामिनेशन फॉर्म नहीं भरवाए जा रहे हैं. फॉर्म नहीं भरे गए तो छात्र दोबारा अनिश्चितकालीन आंदोलन करने पर मजबूर होंगे.
आयुष छात्रों का ये भी कहना है कि सरकार आयुष छात्रों के बढ़ी हुई फीस मामले पर संज्ञान नहीं लेती है तो सभी छात्र एक बार फिर से आंदोलन करेंगे. इससे पहले छात्रों ने 65 दिनों तक सरकार के खिलाफ आंदोलन किया था. जिसके बाद मुख्यमंत्री के आश्वासन पर आयुष छात्रों ने धरना समाप्त किया था.