देहरादून: 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक पार्टियां दमखम से तैयारी में जुटी हुई है. इसी क्रम में मुख्य निर्वाचन कार्यालय भी मतदाताओं की सूची को व्यवस्थित करने की कवायद में जुटा हुआ है. इसके साथ ही आम जनता को ईवीएम और वीवीपैड की जानकारी दिए जाने को लेकर प्रदेश के सभी जिलों में जागरूकता अभियान चला रहा है.
दरअसल, प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में कई बार ऐसी समस्याएं देखी गई हैं कि उन्हें ईवीएम और वीवीपैट की जानकारी न होने के चलते वो वोट नहीं कर पाते हैं. जिसके चलते मुख्य निर्वाचन कार्यालय की ओर से प्रदेश भर के सभी जिलों में निर्वाचन कार्यालय की ओर से गांव-गांव में जाकर लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा रहा है. इसके साथ ही एलिजिबल मतदाताओं का नाम निर्वाचक नामावली में जोड़ने के लिए जिला स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है. ज्यादा जानकारी देते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ वी षणमुगम ने बताया महिलाओं, जनजाति के लोगो, एससीएसटी, ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग, इंडस्ट्रियल क्षेत्र साथ ही यंग मतदाता, ओल्ड मतदाता और पीडब्ल्यूडी मतदाताओं को कवर करने के लिए जिला स्तर की टीम एक्टिव मोड पर काम कर रही है.
भारत निर्वाचन आयोग की ओर से दिए गए निर्देशों के बाद उत्तराखंड मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने निर्वाचक नामावली के अंतिम प्रकाशन के लिए चल रहे कार्यक्रमों में बदलाव किया है. दरअसल, पहले क्लेम और ऑब्जेक्शन के लिए 26 दिसंबर तक का समय तय किया गया. जिसे बढ़ाकर 12 जनवरी 2024 कर दिया गया है. निर्वाचक नामावली के अंतिम प्रकाशन के लिए एक जनवरी 2024 को भारत निर्वाचन आयोग से परमिशन लेना था. जिसकी तिथि को बढ़ाकर 17 जनवरी 2022 कर दिया गया है. अब निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन 5 जनवरी के जगह 22 जनवरी 2024 को जारी किया जाएगा.