देहरादूनः उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने परिसर में विभिन्न समितियों के सभापतियों की बैठक ली. इस दौरान सभापतियों ने अपनी-अपनी समितियों की प्रगति आख्या प्रस्तुत की, तो वहीं सदस्यों की गैरहाजिरी पर विधानसभा अध्यक्ष ने चिंता जाहिर की.
इस दौरान लोक लेखा समिति के सभापति काजी निजामुद्दीन, उपकरण और निगम समिति के सभापति विशन सिंह चुफाल, सूचना प्रौद्योगिकी समिति के सभापति देशराज कर्णवाल, आश्वासन समिति के सभापति करण मेहरा और संस्कृत उन्नयन समिति के सभापति डॉ. प्रेम सिंह राणा मौजूद रहे.
उत्तराखंड विधानसभा में तीसरी बार आहूत हुई इस प्रकार की बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ने समितियों के सभापतियों से बैठकों और समिति के सदस्यों की सक्रियता और अधिकारियों के रवैए पर चर्चा की.
इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि समितियों की बैठक विधिवत और सुचारू रूप से होनी चाहिए. साथ ही जिन समितियों की बैठक आयोजित हो रही है, उनमें समिति के सभी सदस्यों का उपस्थित होना आवश्यक है.
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उन्होंने कहा कि समितियों के कार्य संचालन पर व्यक्तिगत रूचि रखकर समितियों के प्रभाव की दिशा में कार्य करें. साथ ही सभी सदस्य समिति की शक्तियों को समझें. समितियों में मिनी विधानसभा की शक्ति निहित है. उन्होंने सभी समितियों के सदस्यों से समिति की बैठक को गंभीरता से लेने का अनुरोध किया.