देहरादून: देवभूमि उत्तराखंड के लिए आज का दिन बहुत खास है, क्योंकि पिछले काफी समय से गैरसैंण को राजधानी बनाने की उठ रही मांग के बाद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आखिरकार इसको ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित कर दिया है. उधर, ईटीवी भारत से खास बात-चीत में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि गैरसैंण को राजधानी घोषित होने से वो और वहां की जनता खुद को बहुत ही गौरवान्वित महसूस कर रही है.
उन्होंने बताया कि सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत जब सदन के भीतर गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा कर रहे थे, तो ऐसा लग रहा था कि सीएम ने आज एक बड़े काम को अंजाम दिया है. विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि वो और मुख्यमंत्री दोनों ही आंदोलनकारी रहे हैं. लिहाजा किसी को भी उम्मीद नहीं थी, कि इस विधानसभा बजट सत्र के दौरान ही गैरसैंण को राजधानी बनाने की घोषणा भी करेंगे, जोकि ये हमेशा से ही राज्य निर्माण आंदोलनकारियों का सपना रहा है.
अग्रवाल ने कहा कि सीएम ने प्रदेश की जनता की भावना का सम्मान किया है. लिहाजा अगर ये कहा जाए कि सीएम ने प्रदेश की जनता को होली के तोहफे से नवाजा है तो ये कहना गलत न होगा.
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वहीं, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल ने बताया कि ये सीएम के दिल की भावना भी थी कि गैरसैंण को राजधानी घोषित किया जाए. अग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री के इस फैसले से भाजपा के सभी विधायक और प्रदेशवासी काफी खुश हैं. इतना ही नहीं, प्रदेश के और प्रदेश की जनता के लिए यह क्षण ऐतिहासिक है, क्योंकि इतना बड़ा कायाकल्प इतनी जल्दी हो जाएगा, इसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी.