देहरादून: प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में आशा वर्करों द्वारा कोरोना संदिग्धों के सैंपल लिए जाने की खबर को मंत्री रेखा आर्य ने गलत बताया है. मंत्री रेखा आर्य का कहना है कि आशा वर्करों द्वारा ग्रामीण इलाकों में कोरोना से सैंपल नहीं लिया जाएगा.
गौरतलब है कि सोमवार को प्रदेश में बढ़ती कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए आशा वर्करों द्वारा ग्रामीण इलाकों में कोरोना के सैंपल लिए जाने की खबर सामने आई थी. ऐसे में ईटीवी भारत की ओर से इस खबर की पुष्टि करने के लिए प्रदेश की महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य से बात की गई. जिसपर उन्होंने ऐसी किसी भी तरह की खबर होने से इंकार किया है.
यह भी पढ़ें: लॉकडाउन में डिजिटल पेमेंट का क्रेज, 53% लोगों ने ऑनलाइन जमा किया बिल
वहीं ईटीवी भारत से बात करते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि ऐसा कोई भी शासनादेश जारी नहीं किया गया है. जिसमें आशा वर्करों द्वारा कोरोना के सैंपल लिए जाने की बात कही गई हो. साथ ही कहा कि अगर भविष्य में ऐसा कुछ होता भी है तो इससे पहले स्वास्थ्य विभाग को आशा कार्यकर्ताओं को करोना संक्रमण से बचाव के लिए सभी जरूरी चीजें जैसे कि हैंड सैनिटाइजर, मास्क, पीपीई किट इत्यादि मुहैया करानी होगी. इसके साथ ही विभाग को अनिवार्य रूप से सैंपलिंग के कार्य में लगाई गई सभी आशा वर्करों को कोरोना सैंपल लेने का प्रशिक्षण भी देना होगा.