देहरादून: 21 सूत्रीय मांगों को लेकर स्वास्थ्य कार्यकत्री संगठन से जुड़ी प्रदेशभर की आशा कार्यकत्रियों ने सोमवार को सचिवालय कूच का ऐलान किया है. आशा कार्यकत्रियां राज्य सरकार की ओर से निरंतर की जा रही उपेक्षा और बार-बार झूठे आश्वासनों से नाराज हैं.
संगठन महामंत्री ललितेश विश्वकर्मा का कहना है कि सोमवार का सचिवालय कूच ऐतिहासिक रहेगा. कल होने वाली इस रैली में केवल आशा कार्यकत्री ही सम्मिलित होंगी. उन्हीं से जुड़ी समस्याओं और मांगों को मनवाने का पूरा प्रयास किया जाएगा. उन्होंने इस बात का दुख व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय मजदूर संघ के स्थापना दिवस 23 जुलाई को कार्यालय पहुंचकर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने उन्हें आश्वासन दिया था कि 31 जुलाई तक सीएम धामी से विचार-विमर्श कर उचित मांगों को पूरा किया जाएगा, लेकिन सरकार उन्हें झूठे आश्वासन दे रही है. इससे आशा कार्यकत्रियों में रोष व्याप्त है.
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उन्होंने बताया कल सचिवालय कूच के दौरान भारतीय मजदूर संघ के केंद्रीय और प्रांतीय पदाधिकारी भी शामिल होंगे. आशाओं का प्रतिनिधिमंडल आज शाम को अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से मुलाकात करेगा. प्रदेश महामंत्री ने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री जल्द उनकी मांगों का समाधान करेंगे.
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आशा कार्यकत्रियों ने सीएमओ कार्यालय में दिया धरना: वहीं, सीटू से संबद्ध उत्तराखंड आशा कार्यकत्री कर्मचारी यूनियन की आशाओं की मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार और सीएमओ कार्यालय में धरना आज भी जारी रहा. प्रदर्शन के दौरान आशाओं ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की. इस दौरान सीटू के महामंत्री लेखराज, एसएफआई के प्रांतीय अध्यक्ष नितिन मलेथा आदि ने आशाओं के धरने पर पहुंचकर उनके आंदोलन का समर्थन किया.