देहरादून: प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों में दहशत का आलम कुछ ऐसा है कि लोगों ने कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ ही कोरोना के खिलाफ जंग में फ्रंट वॉरियर्स की भूमिका निभाने वाले स्वास्थ्य कर्मी, पुलिस कर्मी, सफाई कर्मी से दूरियां बनानी शुरू कर दी हैं. ऐसे में लोगों के मन में कोरोना के फ्रंट वॉरियर्स के साथ ही कोरोना संक्रमित मरीजों के खिलाफ पनप रही इस तरह की भावना को दूर करने के लिए मिस एशिया पैसिफिक वर्ल्ड 2014 अनुकृति गुसाईं के साथ ही प्रदेश के कुछ डॉक्टर्स ने एक विशेष कैंपेन की शुरुआत की है जिसका नाम है 'अपने'.
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1,341 पहुंची, आज मिले 38 नए मामले
'अपने' कैंपेन के बारे में मिस एशिया पैसिफिक वर्ल्ड 2014 अनुकृति गुसाईं ने बताया कि कोरोना संकट के बीच लोगों को एकजुटता के साथ खड़े रहने की जरूरत है, लेकिन लोग कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ ही अन्य कोरोना फ्रंट वॉरियर्स के साथ भेदभाव कर रहे हैं, उनसे दूरियां बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि अपने पड़ोस में अगर कोई कोरोना संक्रमित है तो कल हम खुद भी कोरोना संक्रमित हो सकते हैं. ऐसे में 'अपने' कैंपेन को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य यही है कि लोग कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ ही हमारे कोरोना फ्रंट वॉरियर्स से दूरी न बनाएं, बल्कि सहयोग करें.
यह भी पढ़ें: प्रशासन की एक गलती ग्रामीणों पर पड़ सकती है भारी, ये है वजह
वहीं कोरोना संक्रमण के बीच लोगों के मन में बढ़ रही दहशत को लेकर देहरादून के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ के.पी जोशी ने बताया कि जिस तरह करोना संक्रमण के बीच फ्रंट वॉरियर्स से लोग दूरियां बना रहे हैं यह बेहद निंदनीय है. लोगों के इस बर्ताव से हमारे फ्रंट वॉरियर्स का मनोबल गिर रहा है. वहीं उनके मानसिक स्वास्थ्य पर इस भेदभाव का गहरा असर पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि ऐसे में लोगों को अपने मन से ऐसी भावनाओं को बाहर कर फ्रंट वॉरियर्स के सहयोग में आगे आना चाहिए और उन्हें उनके कार्य के लिए धन्यवाद देना चाहिए.