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आ अब लौटें: रंग ला रही मुहिम, 25 साल बाद अपर तलाई गांव तक पहुंचेगी सड़क - campaign against migration in uttarakhand

ईटीवी भारत ने उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में खाली होते गांवों को लेकर एक मुहिम (आ अब लौटें...) की शुरुआत की थी. इस मुहित का मकसद खाली होते गांवों की समस्या को सरकार तक पहुंचाना था, ताकि सरकार उन गांवों के बारे में सोचे और वहां विकास कार्य करे, जिससे गांवों का पलायन रुक सके.

रंग लाई ईटीवी भारत की मुहिम
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Published : Sep 16, 2019, 9:34 PM IST

Updated : Sep 17, 2019, 7:41 PM IST

देहरादून: ईटीवी भारत की पलायन को लेकर चलाई गई मुहिम (आ अब लौटें...) का असर होने लगा है. ईटीवी भारत की खबर के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने अपर तलाई गांव को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में शामिल किया है. गांव में सड़क बनाने के लिए सरकार ने दो करोड़ 25 लाख की स्वीकृति दे दी है. साथ ही मुख्यमंत्री कार्यालय ने ईटीवी भारत के इस मुहिम की सराहना भी की है.

रंग लाई Etv भारत की मुहिम

ईटीवी भारत ने उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में खाली होते गांवों को लेकर एक मुहिम (आ अब लौटें...) की शुरुआत की थी. इस मुहिम का उद्देश्य गांव की समस्या को सरकार तक पहुंचाना था, ताकि सरकार उन गांवों के बारे में सोचे और वहां विकास कार्य करे. जिससे गांवों से पलायन रुके सके.

पढ़ें- उजड़े गांव की ये है कहानी, बच्चों की राह देखते-देखते पथरा गईं बुजुर्ग आंखें

अपनी इस मुहिम के तहत ईटीवी भारत ने देहरादून जिले में ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की विधानसभा क्षेत्र डोईवाला में स्थित अपर तलाई गांव की पीड़ा दिखाई थी. ईटीवी भारत ने बताया कि किस तरह से सड़क न होने की वजह से गांव में पलायन, अशिक्षा और बेरोजगारी जैसे मुद्दों ने जन्म लिया. ईटीवी भारत की इस खबर का संज्ञान लेने के बाद सरकार ने अपर तलाई गांव को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में शामिल किया है.

इतना ही नहीं मुख्यमंत्री के ओएसडी धीरेंद्र पंवार ने ईटीवी भारत की इस मुहिम की सराहना की है. उन्होंने कहा कि ईटीवी भारत जनता के बीच जाकर जो भी समस्याएं सरकार तक पहुंचा रहा है, उन समस्याओं का समाधान करने का सरकार पूरा प्रयास करेगी.

धीरेंद्र पंवार ने बताया कि सीएम की विधानसभा में अपर तलाई गांव ऐसा आखिरी गांव है, जहां सड़क की समस्या कई सालों से बनी हुई थी, जिसे मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में शामिल कर दिया गया है. सड़क निर्माण के लिए 2 करोड़ 25 लाख रुपए तत्काल प्रभाव से स्वीकृत कर दिए गए हैं.

पढ़ें- 'बंदेया तू मुंह मोड़ के ना जा, बंदेया दहलीज लांघ के ना जा, छोड़ गया तू किस के सहारे'....आ अब लौटें

मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में आने की वजह से अपर तलाई गांव काफी महत्वपूर्ण हो जाता है. यही वजह है कि हमारी इस रिपोर्ट का संज्ञान खुद मुख्यमंत्री कार्यालय ने लिया और इस गांव में 25 साल पुरानी इस समस्या को दूर करने की कोशिश शुरू की.

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इस गांव में तकरीबन 25 साल पहले सड़क के रूप में कच्ची सड़क तो काटी गई, लेकिन आजतक यह सड़क पगडंडी से आगे नहीं बढ़ पाई. लेकिन अब एक बार फिर ईटीवी भारत की वजह से गांव वालों में उम्मीद की किरण जगी है.

नोट: 'आ अब लौटें'...ये मुहिम ईटीवी भारत की एक सच्ची कोशिश है. अपने प्रदेश, अपने गांव की मिट्टी को प्यार करने वाले हर शख्स से अपील है कि हमसें जुड़ें और गांवों को फिर से बसाने में हमारी मदद करें.

देहरादून: ईटीवी भारत की पलायन को लेकर चलाई गई मुहिम (आ अब लौटें...) का असर होने लगा है. ईटीवी भारत की खबर के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने अपर तलाई गांव को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में शामिल किया है. गांव में सड़क बनाने के लिए सरकार ने दो करोड़ 25 लाख की स्वीकृति दे दी है. साथ ही मुख्यमंत्री कार्यालय ने ईटीवी भारत के इस मुहिम की सराहना भी की है.

रंग लाई Etv भारत की मुहिम

ईटीवी भारत ने उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में खाली होते गांवों को लेकर एक मुहिम (आ अब लौटें...) की शुरुआत की थी. इस मुहिम का उद्देश्य गांव की समस्या को सरकार तक पहुंचाना था, ताकि सरकार उन गांवों के बारे में सोचे और वहां विकास कार्य करे. जिससे गांवों से पलायन रुके सके.

पढ़ें- उजड़े गांव की ये है कहानी, बच्चों की राह देखते-देखते पथरा गईं बुजुर्ग आंखें

अपनी इस मुहिम के तहत ईटीवी भारत ने देहरादून जिले में ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की विधानसभा क्षेत्र डोईवाला में स्थित अपर तलाई गांव की पीड़ा दिखाई थी. ईटीवी भारत ने बताया कि किस तरह से सड़क न होने की वजह से गांव में पलायन, अशिक्षा और बेरोजगारी जैसे मुद्दों ने जन्म लिया. ईटीवी भारत की इस खबर का संज्ञान लेने के बाद सरकार ने अपर तलाई गांव को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में शामिल किया है.

इतना ही नहीं मुख्यमंत्री के ओएसडी धीरेंद्र पंवार ने ईटीवी भारत की इस मुहिम की सराहना की है. उन्होंने कहा कि ईटीवी भारत जनता के बीच जाकर जो भी समस्याएं सरकार तक पहुंचा रहा है, उन समस्याओं का समाधान करने का सरकार पूरा प्रयास करेगी.

धीरेंद्र पंवार ने बताया कि सीएम की विधानसभा में अपर तलाई गांव ऐसा आखिरी गांव है, जहां सड़क की समस्या कई सालों से बनी हुई थी, जिसे मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में शामिल कर दिया गया है. सड़क निर्माण के लिए 2 करोड़ 25 लाख रुपए तत्काल प्रभाव से स्वीकृत कर दिए गए हैं.

पढ़ें- 'बंदेया तू मुंह मोड़ के ना जा, बंदेया दहलीज लांघ के ना जा, छोड़ गया तू किस के सहारे'....आ अब लौटें

मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में आने की वजह से अपर तलाई गांव काफी महत्वपूर्ण हो जाता है. यही वजह है कि हमारी इस रिपोर्ट का संज्ञान खुद मुख्यमंत्री कार्यालय ने लिया और इस गांव में 25 साल पुरानी इस समस्या को दूर करने की कोशिश शुरू की.

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इस गांव में तकरीबन 25 साल पहले सड़क के रूप में कच्ची सड़क तो काटी गई, लेकिन आजतक यह सड़क पगडंडी से आगे नहीं बढ़ पाई. लेकिन अब एक बार फिर ईटीवी भारत की वजह से गांव वालों में उम्मीद की किरण जगी है.

नोट: 'आ अब लौटें'...ये मुहिम ईटीवी भारत की एक सच्ची कोशिश है. अपने प्रदेश, अपने गांव की मिट्टी को प्यार करने वाले हर शख्स से अपील है कि हमसें जुड़ें और गांवों को फिर से बसाने में हमारी मदद करें.

Intro:Special Story--- रंग लाई ईटीवी भारत की मुहिम, अपर तलाई गांव के लोगों को मिलेगी सड़क, 2.25 करोड़ की मिली स्वीकृति। Note- इस खबर में ग्रामीण पंकज की बाइट और PTC धीरज सजवाण FTP पर नाम (uk_deh_02_impact_aa_louten_muhim_pkg_7205800) से आ रही है। एंकर- ईटीवी भारत की "पलायन अब लौटे" मुहिम का बड़ा असर हुआ है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की गृह विधानसभा डोईवाला के अपर तलाई गांव की पीड़ा हमने अपनी मुहिम के तहत आप को दिखाई थी और बताया था कि किस तरह से सड़क ना होने की वजह से गांव में पलायन, अशिक्षा, बेरोजगारी जैसे मुद्दे जन्म ले रहे हैं और इसी खबर का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस सड़क को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में शामिल करते हुए दो करोड़ 25 लाख की स्वीकृति दे दी है। साथ ही मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा ईटीवी भारत की मुहिम की भी सराहना की गई है।


Body:वीओ- ईटीवी भारत ने पलायन की पीड़ा आप लौटे मुहिम के तहत आपको उत्तराखंड के खाली होते गांव की वास्तविक पीड़ा से रूबरू करवाया था। प्रदेश के प्रतिष्ठित व्यक्तियों के साथ हमने उन तमाम गांव का दौरा किया था जहां सियासत तो पास है लेकिन विकास कोसों दूर है और इन्हीं गांव में से एक गांव डोईवाला विधानसभा के अपर तलाई गांव की जमीनी हकीकत भी हमने आपको दिखाई थी। मुख्यमंत्री के ओएसडी धीरेंद्र पवार ने ईटीवी भारत का धन्यवाद करते हुए कहा कि ईटीवी भारत द्वारा जो मुहिम चलाई जा रही है वह सराहनीय है और जनता के बीच जाकर जो भी समस्याएं सरकार तक लाई जाएंगी उनका समाधान करने की सरकार भरसक प्रयास करेगी तो वहीं डोईवाला विधानसभा के अपर तलाई गांव के मामले में सीएम ओएसडी धीरेंद्र पवार ने बताया कि यह गांव विधानसभा का सुरूर आखरी गांव है और यहां सड़क की समस्या पिछले कई सालों से बनी हुई थी जिसे मुख्यमंत्री के निर्देशों पर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में शामिल कर दिया गया है और इसके लिए शासन सत्र 2 करोड़ 25 लाख भी तत्काल प्रभाव से स्वीकृत कर दिए गए हैं। बाइट- धीरेंद्र पंवार, एएसडी मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत यह गांव इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत इसी विधानसभा से विधायक चुनकर मुख्यमंत्री बने हैं। यही वजह है कि हमारी इस रिपोर्ट का संज्ञान खुद मुख्यमंत्री कार्यालय ने लिया और हमारे द्वारा दिखाए गए इस विषय पर तत्काल प्रभाव से कार्यवाही की गई। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इस गांव में तकरीबन 25 साल पहले सड़क के रूप में कच्ची सड़क तो काटी गई लेकिन आज तक यह सड़क पगडंडी से आगे नहीं बढ़ पाई लेकिन आज एक बार फिर से गांव वालों में उम्मीद की किरण जगी है। बाइट- पंकज, स्थानीय युवा PTC धीरज सजवाण


Conclusion:
Last Updated : Sep 17, 2019, 7:41 PM IST
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