ऋषिकेश: विभिन्न मांगों को लेकर क्षेत्र की करीब 500 आंगनबाड़ी वर्करों और सहायिकाओं ने कार्य बहिष्कार कर देहरादून में चल रहे धरने को समर्थन दिया है. उनका कहना है कि अगर देहरादून में धरने पर बैठी वर्कर्स को निकाला तो सड़कों पर आंदोलन होगा. साथ ही सरकार पर उनकी मांगों को अनदेखा करने का आरोप लगाया है.
आंगनबाड़ी कार्यकत्री सेविका संगठन उत्तराखंड ने चेताया है कि अगर सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नौकरी से निकालने की बात सोच रही है तो यह सरकार की सबसे बड़ी भूल होगी. जिसके चलते ऋषिकेश रायवाला, श्यामपुर, प्रतीतनगर, छिद्दरवाला और हरिपुरकला क्षेत्र से करीब 500 आंगनबाड़ी वर्करों और सहायिकाओं ने बैठक कर देहरादून में धरने पर बैठी आगनबाड़ी वर्करों को समर्थन देने पर सहमति जताई है. कार्यकत्री भागीरथी भट्ट ने कहा कि महिलाएं दो माह से देहरादून में धरने पर बैठी हैं. सरकार मांगों को अनसुनी कर रही है. उन्होंने कहा कि उनसे काम अधिक कराया जाता है और पैसा कम दिया रहा है.
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आपको बता दें कि वेतनवृद्धि की मांग को लेकर आंगनबाड़ी वर्करों द्वारा लंबे समय से संघर्ष किया जा रहा है. उनका कहना है कि यदि सरकार ऐसा करती है तो प्रदेश भर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सड़कों पर उतर कर बड़ा आंदोलन करेंगी. साथ ही किसी अन्य नियुक्ति को भी होने नहीं देंगी. सरकार को हर हाल में उनके मानदेय में वृद्धि करनी होगी. ताकि महिला कार्यकर्ता नौकरी के साथ-साथ अपने परिवार का भरण पोषण कर सके.