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रेलवे साइन बोर्ड पर संस्कृति में नाम लिखे जाने की पहल का स्वागत, भाजपा ने बताया सराहनीय कदम - उत्तराखंड में स्टेशनों के नाम संस्कृत में होंगे

उत्तराखंड में रेलवे स्टेशनों के नाम उर्दू की जगह अब संस्कृत में लिखे जाएंगे. रेलवे ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं. राज्य सरकार ने भी रेलवे के इस प्रस्ताव का स्वागत किया है.

संस्कृत में
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Published : Jan 21, 2020, 10:00 AM IST

Updated : Jan 21, 2020, 10:10 AM IST

देहरादूनः रेल मंत्रालय द्वारा उत्तराखंड के सभी रेलवे स्टेशन पर मौजूद साइन बोर्ड में हिंदी के बाद दूसरे स्थान पर संस्कृत किये जाने के प्रस्ताव का उत्तराखंड सरकार ने स्वागत किया है. सरकार ने कहा है कि संस्कृत प्रदेश की दूसरी राजभाषा है और प्रदेश में अन्य जगहों पर भी संस्कृत का प्रयोग किया जा रहा है, तो वहीं भाजपा ने भी इस कदम को सराहनीय बताया है.

बता दें कि मुरादाबाद डिवीजन की सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा ने उत्तराखंड सरकार को पत्र लिखकर उत्तराखंड में मौजूद सभी रेलवे स्टेशन पर लगे साइन बोर्ड में दूसरे स्थान पर उर्दू को हटाकर संस्कृत करने की अनुमति मांगी है, जिस पर तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं सभी जगह से आ रही हैं.

रेलवे स्टेशन के नाम संस्कृत में होंगे.

उत्तराखंड सरकार की ओर से मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने इस प्रस्ताव का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार के द्वारा पहले ही संस्कृत को बढ़ावा देते हुए विधानसभा, सचिवालय सहित सरकार के नेम प्लेट के अलावा ज्यादारत जगहों पर संस्कृत को दूसरा दर्जा दिया गया है. अब अगर रेलवे भी रेलवे स्टेशन पर लगे साइन बोर्ड में संस्कृत को बढ़ावा देना चाहता है तो यह स्वागत योग्य है

यह भी पढ़ेंः उत्तराखंडः बारिश और बर्फबारी से आज भी बिगड़ा रहेगा मौसम का मिजाज, हिमस्खलन की चेतावनी

तो वहीं उत्तराखंड भाजपा ने इस कदम को सराहनीय बताया है. भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी देवेंद्र भसीन ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है और अगर यहां हम संस्कृत को प्रोत्साहन नहीं देंगे, तो कहा देंगे.

देहरादूनः रेल मंत्रालय द्वारा उत्तराखंड के सभी रेलवे स्टेशन पर मौजूद साइन बोर्ड में हिंदी के बाद दूसरे स्थान पर संस्कृत किये जाने के प्रस्ताव का उत्तराखंड सरकार ने स्वागत किया है. सरकार ने कहा है कि संस्कृत प्रदेश की दूसरी राजभाषा है और प्रदेश में अन्य जगहों पर भी संस्कृत का प्रयोग किया जा रहा है, तो वहीं भाजपा ने भी इस कदम को सराहनीय बताया है.

बता दें कि मुरादाबाद डिवीजन की सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा ने उत्तराखंड सरकार को पत्र लिखकर उत्तराखंड में मौजूद सभी रेलवे स्टेशन पर लगे साइन बोर्ड में दूसरे स्थान पर उर्दू को हटाकर संस्कृत करने की अनुमति मांगी है, जिस पर तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं सभी जगह से आ रही हैं.

रेलवे स्टेशन के नाम संस्कृत में होंगे.

उत्तराखंड सरकार की ओर से मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने इस प्रस्ताव का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार के द्वारा पहले ही संस्कृत को बढ़ावा देते हुए विधानसभा, सचिवालय सहित सरकार के नेम प्लेट के अलावा ज्यादारत जगहों पर संस्कृत को दूसरा दर्जा दिया गया है. अब अगर रेलवे भी रेलवे स्टेशन पर लगे साइन बोर्ड में संस्कृत को बढ़ावा देना चाहता है तो यह स्वागत योग्य है

यह भी पढ़ेंः उत्तराखंडः बारिश और बर्फबारी से आज भी बिगड़ा रहेगा मौसम का मिजाज, हिमस्खलन की चेतावनी

तो वहीं उत्तराखंड भाजपा ने इस कदम को सराहनीय बताया है. भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी देवेंद्र भसीन ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है और अगर यहां हम संस्कृत को प्रोत्साहन नहीं देंगे, तो कहा देंगे.

Intro:
एंकर- रेलवे मंत्रालय द्वारा उत्तराखंड के सभी रेलवेस्टेशन पर मोजूद साइन बोर्ड में हिंदी के बाद दूसरे स्थान पर संस्कृत किये जाने के प्रस्ताव का उत्तराखंड सरकार ने स्वागत किया है और कहा है कि संस्कृत प्रदेश की दूसरी राजभाषा है और प्रदेश में अन्य जगह भी संस्कृत का प्रयोग किया जा रहा है। तो वहीं भाजपा ने भी इस कदम को सराहनीय बताया है।


Body:वीओ- आपको बता दें कि मुरादाबाद डिवीजन की सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा ने उत्तराखंड सरकार को पत्र लिख कर उत्तराखंड में मौजूद सभी रेलवे स्टेशन पर लगे साइन बोर्ड में दुसरे स्थान पर उर्दू को हटाकर संस्कृत करने की अनुमति मांगी है जिस पर तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं सभी जगह से आ रही है।

उत्तराखंड सरकार की और से मुख्यसचिव उत्पल कुमार सिंह ने इस इस प्रस्ताव का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार द्वारा पहले ही संस्कृत को बढ़ावा देते हुए विधानसभा, सचिवालय सहित सरकार के नेम प्लेट के अलावा ज्यादारत जगहों पर संस्कृत को दूसरा दर्जा दिया गया है और अब अगर रेलवे भी रेलवेस्टेशन पर लगे साइन बोर्ड में संस्कृत को बढ़ावा देना चाहता है तो यह स्वागत योग्य है।

बाइट- उतपल कुमार सिंह, मुख्यसचिव उत्तराखंड

तो वहीं उत्तराखंड भाजपा ने इस कदम को सराहनीय बताया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी देवेंद्र भसीन ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है और अगर यंहा हम संस्कृत को प्रोत्साहन निही देंगे तो कहा देंगे।

बाइट- देवेंद्र भसीन, भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी


Conclusion:
Last Updated : Jan 21, 2020, 10:10 AM IST
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