देहरादून: उत्तराखंड राज्य में लगातार बढ़ रहे कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने क्वारंटाइन के नियमों में बदलाव किया है. इसके तहत अब कोई भी व्यक्ति रेड जोन से उत्तराखंड आता है तो उस व्यक्ति को इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन किया जाएगा. हालांकि अभी तक रेड जोन से आने वाले व्यक्तियों को होम क्वारंटाइन किया जाता था. यही नहीं इंस्टीट्यूशन क्वारंटाइन में 65 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग और 10 साल से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को ही छूट मिल सकेगी. जिन्हें होम क्वारंटाइन किया जा सकता है.
अपर सचिव युगल किशोर पंत ने बताया कि अन्य राज्यों से आने वाले लोगों के लिए डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट द्वारा जारी की गई व्यवस्था में बदलाव किया गया है. क्योंकि प्रदेश में जिस तरह से कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है, इसे देखते हुए शासन ने निर्णय लिया है कि जो लोग रेड जोन से आ रहे हैं, उन्हें इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन किया जाएगा.
हालांकि वर्तमान समय में इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन की संख्या बढ़ी है. जिसे देखते हुए प्रदेश के तमाम जनपदों के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि उन जिलों में इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन की क्षमता को बढ़ाएं, ताकि बाहर से आने वाले लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन करने में दिक्कत ना हो.
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जिलों में सैंपल की गति बढ़ी
अपर सचिव युगल किशोर पंत ने बताया कि प्रदेश के तमाम जिलों में सैंपल लेने की गति बहुत कम थी. लेकिन, अब प्रदेश के तमाम जिलों में सैंपल लेने की गति भी बढ़ गई है. वर्तमान समय में चंपावत जिले में 72 सैंपल प्रति लाख, देहरादून जिले में 399 सैंपल प्रति लाख, उधम सिंह नगर में 201.7 सैंपल प्रति लाख और हरिद्वार जिले में 146.8 सैम्पल प्रति लाख की दर से लिया जा रहा है.
अब तक 2 लाख 52 हज़ार प्रवासी करा चुके हैं रजिस्ट्रेशन
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि उत्तराखंड राज्य आने के लिए अभी तक 2 लाख 52 हज़ार लोग रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. जिसमें से 1 लाख 64 हज़ार लोगों को उत्तराखंड लाया जा चुका है. इसके साथ ही उत्तराखंड राज्य से अन्य राज्यों में जाने के लिए अभी तक 50 हज़ार लोग रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. जिसमें से 46 हज़ार लोगों को अन्य राज्य सरकारों के साथ संबंध बनाने के बाद इन्हें भेजा जा चुका है. यही नहीं 25 मई से डोमेस्टिक फ्लाइट शुरू होने के बाद अन्य राज्यों से करीब 600 लोग उत्तराखंड आए हैं. इसके साथ ही करीब 400 लोग उत्तराखंड राज्य से बाहर गए हैं.