मसूरी: इंग्लैंड इसी साल अगस्त में दिव्यांग क्रिकेट विश्व कप की मेजबानी करेगा. फिजिकल चैलेंज क्रिकेट विश्व कप के आयोजन को लेकर देश के दिव्यांग क्रिकेटर काफी उत्साहित हैं. वहीं बीसीसीआई से मान्यता मिलने के बाद ऑल इंडिया क्रिकेट एसोसिएशन फॉर द फिजिकल चैलेंज एसोसिएशन ने अपनी खुशी जाहिर की है.
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इसी को लेकर एसोसिएशन के नॉर्थ जोन के अध्यक्ष पदम सिंह चौहान ने सोमवार को मसूरी के एक होटल में प्रेस वार्ता की. उन्होंने बताया कि एसोसिएशन को उन्नति की ओर अग्रसर करने के लिए सभी पदाधिकारी लगातार काम कर रहे हैं. 32 सालों के प्रयास के बाद एसोसिएशन को बीसीसीआई से मान्यता मिली है. इससे पहले पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के दिव्यांग बोर्ड को मंजूरी मिल चुकी है.
उन्होंने कहा कि इंग्लैंड में होने जा रहे हैं वर्ल्ड कप क्रिकेट फॉर फिजिकल चैलेंज के लिए एसोसिएशन को 2 करोड़ रुपए भी दिए गए हैं. एसोसिएशन द्वारा मुंबई में प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है. यहां बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को भारत की ओर से खेलने के लिए चयनित किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि उमेश कुलकर्णी की अध्यक्षता में खिलाड़ियों की चयन प्रक्रिया की जा रही है. चयनित खिलाड़ियों का प्रशिक्षण धर्मशाला में होगा. चयन कमेटी को उत्तराखंड के खिलाड़ियों का नाम भी दिया गया है. उम्मीद है कि उत्तराखंड के खिलाड़ी भी भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे.
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उत्तराखंड क्रिकेट टीम फॉर फिजिकल चैलेंज के अध्यक्ष रूपचंद गुरु ने बताया कि जो खिलाड़ी 40% तक दिव्यांग है उनके हुनर को निखारने का प्रयास किया जाएगा. एसोसिएशन की यूनिट प्रदेश के 13 जिलों में स्थापित होनी है. सभी जिलों में खिलाड़ियों का चयन करके राज्य स्तर की प्रतियोगिता का प्रतिभाग कराया जाएगा. राज्य स्तर पर जो बेहतर प्रदर्शन करेंगा. उसे राष्ट्रीय स्तर के चयन के लिए भेजा जाएगा.