देहरादून: नैनीताल हाईकोर्ट द्वारा रोक हटाने के बाद 18 सितंबर से उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा शुरू कर दी है. श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा पर आना शुरू कर दिया है. चारों धामों में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. वहीं अब नागरिक उड्डयन विभाग बाबा केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए हेली सेवाएं शुरू किए जाने की कवायद में जुटा है. विभाग को डीजीसीए (महानिदेशक नागरिक उड्डयन) कार्यालय से हरी झंडी मिलने का इंतजार है. मौसम साफ होते ही डीजीसीए हेलीपैड का सर्वे करेगा. उम्मीद जताई जा रही है कि अक्टूबर महीने के पहले हफ्ते में शुरू हो सकती है.
दरअसल, हेली सेवाओं को शुरू करने के लिए डीजीसीए (महानिदेशक नागरिक उड्डयन) कार्यालय का अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) होना अनिवार्य है. इस प्रमाण पत्र के लिए डीजीसीए पहले सभी हेलीपैड का सर्वे करेगा. इसके बाद ही एनओसी दी जाएगी. लेकिन मौसम खराब होने के चलते डीजीसीए के अधिकारी सर्वे नहीं कर पाए हैं. वहीं मौसम विभाग ने पहले ही कई हिस्सों में बारिश की संभावना जताई हैं.
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मौसम साफ होने के बाद डीजीसीए के अधिकारी हेलीपैड का निरीक्षण करेंगे. फिर हेली सेवाओं को शुरू करने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करेंगे. इसके बाद ही बाबा केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए हेली सीमाएं शुरू हो पाएंगी.
प्रदेश में हर साल केदारनाथ और हेमकुंड के लिए हेली सेवाएं संचालित की जाती हैं. इन हेली सेवाओं के संचालन को हर साल नागरिक उड्डयन विभाग टेंडर करता रहा है. ताकि न्यूनतम दरों पर हेली सेवाओं का संचालन करने वाली हेली कंपनियों को यह टेंडर दिया जा सके. लेकिन किराये की दरों को लेकर हर साल विवाद भी होता रहा है. इसके साथ ही इस विवाद की वजह से हेली सेवाएं लेट शुरू हो रही थी.
इसी को ध्यान में रखते हुए पिछले साल नागरिक उड्डयन विभाग ने हेली कंपनियों के साथ तीन साल के लिए टेंडर कर दिए थे. ताकि, तय समय पर हेली सेवाएं शुरू हो सकें और यात्रियों को सस्ते दरों पर टिकट मिलने के साथ ही किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत न हो.
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वहीं, नागरिक उड्डयन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि चारधाम की यात्रा के दौरान हेली सेवाओं के प्रति लोगों का रुझान रहता है. इसके लिए हर साल चारधाम यात्रा के दौरान हेली सेवाओं की व्यवस्था की जाती रही है. इसी क्रम में इस सीजन भी चारधाम यात्रा के दौरान हेली सेवाओं की व्यवस्था की जा रही है. हालांकि, हेली सेवाओं के लिए नागरिक उड्डयन विभाग की ओर से पहले ही टेंडरिंग प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है. लिहाजा चारधाम की यात्रा शुरू होने के बाद सभी हेली संचालकों को इसकी सूचना दे दी गई है कि वह अपनी व्यवस्थाएं मुकम्मल कर लें.
साथ ही सचिव जावलकर ने बताया कि जीएमवीएन ने ऑनलाइन टिकटिंग की व्यवस्था की टेस्टिंग भी कर ली है. लिहाजा पिछली बार की तरह इस बार भी कम दामों में ही हेली सेवाएं उपलब्ध कराए जाएंगी. उन्होंने बताया कि चारधाम में हर साल हेली सेवाओं को शुरू करने के लिए डीजीसीए से अनुमति लेनी होती है. डीजीसीए की टीम दिल्ली से देहरादून आती है, फिर हेलीकॉप्टर के साथ ही हेलीपैड का निरीक्षण कर अनापत्त प्रमाण पत्र देती है. लिहाजा मौसम सामान्य होने के बाद जल्द ही डीजीसीए की टीम यहां पहुंचेगी और निरीक्षण कर प्रमाण पत्र जारी करेगी.
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हेली सेवाओं के लिए निर्धारित किराया: फाटा से केदारनाथ जाने के लिए 2,360 रुपये प्रति व्यक्ति किराया निर्धारित किया गया है. सिरसी से केदारनाथ के लिए 2,340 रुपये प्रति व्यक्ति निर्धारित किया गया है. वहीं गुप्तकाशी से केदारनाथ के लिए 3,875 रुपये प्रति व्यक्ति निर्धारित किया गया है. गोविंद घाट से घांघरिया के लिये 2,975 रुपये प्रति व्यक्ति निर्धारित की गयी है.