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चिंताजनक: AIIMS निदेशक रविकांत का दावा, चार साल तक नहीं जाएगा कोरोना

कोरोना संक्रमण को लेकर एम्स ऋषिकेश के निदेशक ने बड़ा दावा किया है. प्रोफेसर रविकांत ने कहा कि अभी चार साल तक कोरोना देश से नहीं जाएगा.

AIIMS निदेशक रविकांत का दावा
AIIMS निदेशक रविकांत का दावा
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Published : Jul 1, 2021, 6:00 PM IST

Updated : Jul 1, 2021, 7:12 PM IST

ऋषिकेश: कोरोना संक्रमण (corona infection) को लेकर एम्स ऋषिकेश निदेशक प्रोफेसर रविकांत (AIIMS rishikesh Director Professor Ravikant) ने बड़ा दावा किया है. उनका कहना है कि कोरोना अभी चार साल तक हिंदुस्तान में रहने वाला है. एम्स निदेशक के मुताबिक कोई भी महामारी (Epidemic) दुनिया में आती है, तो वह चार साल रहती ही है. इससे बचने का सिर्फ एक तरीका है, वैक्सीनेशन और सावधानी (Vaccinations and Precautions). ऐसा नहीं किया गया तो कोरोना की लहर (corona wave) आती ही रहेगी.

दरअसल, यह दावा निदेशक प्रो. रविकांत ने विश्व चिकित्सक दिवस (world doctors day) पर एम्स में आयोजित कार्यक्रम के दौरान किया. उनका मानना है कि वैक्सीनेशन के बगैर इस संक्रमण को खत्म ही नहीं किया जा सकता है. इसमें कोरोना से बचाव के नियमों (Corona prevention rules) का भी सख्ती से पालन जरूरी है. उन्होंने बताया कि यह दोनों काम कोई भी व्यक्ति कर लेता है तो उसे न अस्पताल और न ही आईसीयू की जरूरत पड़ेगी.

चार साल तक नहीं जाएगा कोरोना.

ये भी पढ़ें: Doctors day: कोरोना काल में दी बेहतरीन सेवाएं, संक्रमण से जीतकर फिर ड्यूटी पर जुटे

उनके मुताबिक वैक्सीनेश के बाद अगर संक्रमण होगा भी है तो यह सामान्य खांसी-जुकाम की तरह निकल जाएगा. लेकिन वैक्सीनेशन को लेकर कोताही बरती जाएगी तो कोरोना की लहर दर लहर आती रहेगी. प्रो. रविकांत ने बताया कि गर्भवती महिलाओं के लिए वैक्सीनेशन की इजाजत (vaccination permit) मिली है. अभी पांच साल के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन को लेकर रिसर्च जारी है. इसके परिणाम सामने आने के बाद उनका भी टीकाकरण किया जा सकेगा.

उन्होंने यह भी बताया कि अगर माता-पिता दोनों वैक्सीन लगाते हैं, तो उनके बच्चों को कोरोना छू भी नहीं सकता है. कॉलेज में शिक्षक वैक्सीनेट होंगे, तो स्टूडेंस तक संक्रमण नहीं पहुंचेगा. लिहाजा, वैक्सीन और सावधानी कोरोना से बचाव के लिए बेहद जरूरी है. इसमें किसी भी व्यक्ति को जरा सी भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए.

ऋषिकेश: कोरोना संक्रमण (corona infection) को लेकर एम्स ऋषिकेश निदेशक प्रोफेसर रविकांत (AIIMS rishikesh Director Professor Ravikant) ने बड़ा दावा किया है. उनका कहना है कि कोरोना अभी चार साल तक हिंदुस्तान में रहने वाला है. एम्स निदेशक के मुताबिक कोई भी महामारी (Epidemic) दुनिया में आती है, तो वह चार साल रहती ही है. इससे बचने का सिर्फ एक तरीका है, वैक्सीनेशन और सावधानी (Vaccinations and Precautions). ऐसा नहीं किया गया तो कोरोना की लहर (corona wave) आती ही रहेगी.

दरअसल, यह दावा निदेशक प्रो. रविकांत ने विश्व चिकित्सक दिवस (world doctors day) पर एम्स में आयोजित कार्यक्रम के दौरान किया. उनका मानना है कि वैक्सीनेशन के बगैर इस संक्रमण को खत्म ही नहीं किया जा सकता है. इसमें कोरोना से बचाव के नियमों (Corona prevention rules) का भी सख्ती से पालन जरूरी है. उन्होंने बताया कि यह दोनों काम कोई भी व्यक्ति कर लेता है तो उसे न अस्पताल और न ही आईसीयू की जरूरत पड़ेगी.

चार साल तक नहीं जाएगा कोरोना.

ये भी पढ़ें: Doctors day: कोरोना काल में दी बेहतरीन सेवाएं, संक्रमण से जीतकर फिर ड्यूटी पर जुटे

उनके मुताबिक वैक्सीनेश के बाद अगर संक्रमण होगा भी है तो यह सामान्य खांसी-जुकाम की तरह निकल जाएगा. लेकिन वैक्सीनेशन को लेकर कोताही बरती जाएगी तो कोरोना की लहर दर लहर आती रहेगी. प्रो. रविकांत ने बताया कि गर्भवती महिलाओं के लिए वैक्सीनेशन की इजाजत (vaccination permit) मिली है. अभी पांच साल के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन को लेकर रिसर्च जारी है. इसके परिणाम सामने आने के बाद उनका भी टीकाकरण किया जा सकेगा.

उन्होंने यह भी बताया कि अगर माता-पिता दोनों वैक्सीन लगाते हैं, तो उनके बच्चों को कोरोना छू भी नहीं सकता है. कॉलेज में शिक्षक वैक्सीनेट होंगे, तो स्टूडेंस तक संक्रमण नहीं पहुंचेगा. लिहाजा, वैक्सीन और सावधानी कोरोना से बचाव के लिए बेहद जरूरी है. इसमें किसी भी व्यक्ति को जरा सी भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए.

Last Updated : Jul 1, 2021, 7:12 PM IST
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