ऋषिकेश: डीआरडीओ ऋषिकेश के आईडीपीएल में 500 बेड का अस्थायी हॉस्पिटल बना रहा है, जो जल्द ही शुरू होने वाला है, जिसका संचालन एम्स ऋषिकेश करेगा. मंगलवार को एम्स ऋषिकेश के निदेशक प्रोफेसर रविकांत ने डीआरडीओ के अधिकारियों के साथ निर्माणाधीन कोविड अस्पताल का निरीक्षण किया.
इस दौरान उन्होंने कहा कि इस हॉस्पिटल के बनने से कोविड मरीजों के लिए बेड की कमी काफी हद तक दूर हो जाएगी. ये जनहित में अच्छा प्रयास है. साथ ही उन्होंने डीआरडीओ के सहयोग की तारीफ की.
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निदेशक एम्स प्रो. रविकांत ने कहा कि अस्पताल बनने से मरीजों को उपचार कराने में सहूलियत होगी और उन्हें दाखिले के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा. 500 बेड के इस अस्पताल का संचालन एम्स करेगा. इस अस्पताल में ऑक्सीजन की जरूरत वाले मरीजों को भर्ती किया जाएगा.
वैक्सीनेशन के लिए मारामारी
प्रदेश में 18+ के लिए वैक्सीनेशन शुरू हो गया है, लेकिन 18+ वालों को वैक्सीन लगवाने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वैक्सीन लगवाने के लिए कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने के बाद स्लॉट बुक किया जाता है, लेकिन बुकिंग खुलते ही कुछ सेकंडो में स्लॉट फुल हो जाते हैं. ऐसे में युवाओं को काफी दिक्कतों आ रही है.
टीकाकरण अभियान के जिला नोडल अधिकारी डॉ राजीव दीक्षित के मुताबिक 18 से 44 साल के लाभार्थियों को टीकाकरण से पहले पंजीकरण जरूरी है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन और स्लॉट बुकिंग में युवाओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसा देहरादून में लाभार्थियों की अधिक संख्या की वजह से भी हो रहा है. उन्होंने बताया कि समूचे जिले में 9 लाख से अधिक लाभार्थियों ने टीकाकरण के लिए पंजीकरण कराया है, जबकि प्रतिदिन स्लॉट की संख्या काफी कम है. ऐसे में जल्दी ही टीकाकरण केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाने की योजना है, जिसके बाद स्लॉट बुकिंग में परेशानी नहीं आएगी.
- देहरादून जिले में 18 से 44 वर्ष के लाभार्थियों का लक्ष्य 911584 निर्धारित किया गया है.
- वहीं 17 मई 2021 को 18 से 44 वर्ष के 2471 लाभार्थियों का टीकाकरण हुआ.
- 10 मई से 17 मई तक 18 से 44 वर्ष के 17714 युवाओं का टीकाकरण हो चुका है.
- इसके साथ ही 18 मई को लाभार्थियों के टीकाकरण के लिए 13 टीकाकरण सेंटर निर्धारित किए गए हैं.