देहरादून : उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर फटने से भीषण जल सैलाब आ गया था. जिसमें कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी. अब कांग्रेस पार्टी चमोली स्थित ऋषि गंगा में हुई आपदा के बाद राहत कार्यों को लेकर सरकार पर निशाना साध रही हैं. कांग्रेस पार्टी की पूर्व प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि वहां अपनों को खोज रहे परिजनों के सब्र का बांध भी टूटता जा रहा है, लेकिन सरकार के इंतजाम कहीं नजर नहीं आ रहे हैं.
कांग्रेस पार्टी की पूर्व प्रदेश प्रवक्ता और आईसीसी की मेंबर गरिमा दसौनी ने कहा कि चमोली में आई आपदा सबके लिए हृदय विदारक घटना थी. इस आपदा में मृतकों का मिलना जारी है, जबकि अभी भी कई लोग लापता हैं. ऐसे में अपनों की खोज कर रहे परिजनों के सब्र का बांध टूट रहा है. लापता चल रहे लोगों के परिजनों का कहना है कि आखिर कब तक ऐसे बैठे रहेंगे. परिजनों का कहना है कि 7 फरवरी से सुरंग में मलबा हटाने का काम चल रहा है, लेकिन अभी तक सुरंग का मलबा साफ नहीं किया जा सका है. उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट होता है कि वहां रेस्क्यू ऑपरेशन संतोषजनक नहीं चल रहे हैं. कांग्रेस की पूर्व प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि चमोली में पुरानी मशीनों के सहारे आपदा से निपटने की कोशिश की जा रही है.
आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में व्यवस्थाओं का अभाव
गरिमा दसौनी ने आगे कहा, अब मुख्य सचिव का बयान आ रहा है कि रेस्क्यू के लिए नई मशीनें मंगाई गई हैं. उन मशीनों से अब सुरंग की ड्रिलिंग शुरू की जाएगी. उन्होंने कहा कि ऐसे में आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में व्यवस्थाओं का भी अभाव देखने को मिल रहा है. गरिमा दसोनी ने कहा, अपने परिजनों को तलाश कर रहे प्रभावितों की सहायता के लिए वहां कोई व्यवस्था सरकार ने नहीं की है. उन्होंने कहा, निसंदेह राहत कार्यों को अंजाम दे रहे एनटीआरएफ, एसडीआरएफ और आईटीबीपी की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है. केवल सरकार के कोई इंतजाम वहां नजर नहीं आ रहे हैं.
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खतरों के लिए तैयार नहीं सरकार
गरिमा दसौनी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय निवासी वहां झील निर्माण की बात कर रहे हैं, लेकिन सरकार आने वाले संभावित खतरों के लिए भी तैयार दिखाई नहीं दे रही है.