देहरादून: राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड नई दिल्ली गिलोय की उपयोगिता को देखते हुए राष्ट्रीय स्तर पर अभियान का संचालन कर रहा है. उत्तराखंड में इस अभियान को राज्य औषधीय पादप बोर्ड चला रहा है. इस अभियान के तहत विभिन्न संस्थाओं, स्कूलों और स्थानीय लोगों को निशुल्क गिलोय वितरित किए जाएंगे, जिसके तहत सोमवार को नगर निगम में एक कार्यक्रम में दौरान कृषि मंत्री ने 10 पार्षदों को गिलोय के पेड़ और तुलसी वितरित किए. जिससे वह सभी अपने वार्डों में जाकर घर पर गिलोय के पेड़ दे सकें ताकि आम जनता कोरोना जैसी महामारी बीमारी से लड़ने के सक्षम हो सके.
कार्यक्रम में कृषि मंत्री सुबोध उनियाल और मेयर सुनील उनियाल गामा सहित सोशल-डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए 10 पार्षद मौजूद रहे. बता दें कि उत्तराखंड में राज्य औषधीय पादप बोर्ड उत्तराखंड वार्ड के सभी 100 पार्षदों को 50 हजार गिलोय और 50 हजार तुलसी के पेड़ वितरित करेगा. सभी अपने वार्डों में घर-घर देने का काम करेंगे. इसके साथ साथ जन जागरूकता के लिए पोस्टर, पंपलेट, ब्राउचर का भी वितरण किया जा रहा है. कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने जानकारी दी कि राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड नई दिल्ली गिलोय की उपयोगिता को देखते हुए राष्ट्रीय स्तर पर अभियान का संचालन कर रहा है.
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वर्तमान में चल रहे कोरोना काल मे लोगों की प्रतिरोधक क्षमता किस तरह बढ़ाई जाए क्योंकि अगर कोई प्रतिदिन गिलोय का प्रयोग करता है तो वह कोरोना से लड़ने के सक्षम होगा. उसी उद्देश्य के साथ गिलोय और तुलसी के पेड़ पार्षदों के माध्यम से देहरादून के घर-घर पहुंचाने का संकल्प लिया गया है. ताकि आम आदमी गिलॉय का उपयोग करके अपनी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकें. पूरे प्रदेश में यह अभियान चलाया जाएगा और ज्यादा से ज्यादा गिलोय के पेड़ बांटने का लक्ष्य रखा गया है.