नई दिल्ली/देहरादून: दिल्ली विधानसभा में सुंदर लाल बहुगुणा को भारत रत्न दिए जाने का प्रस्ताव पारित हुआ है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सुंदर लाल बहुगुणा ने एक ऐसा विजन दिया कि अगर हमने जल-जंगल-जमीन को बचाकर नहीं रखा, तो यह सृष्टि नहीं बचेगी. मात्र 13 साल की उम्र में उन्होंने सामाजिक कार्य शुरू किया और दलितों के लिए संघर्ष शुरू किया. जिस तरह बाबा साहेब अंबेडकर ने दलितों के लिए संघर्ष किया था, वैसे ही बहुगुणा जी ने भी किया. वहीं उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी सुंदर लाल बहुगुणा को भारत रत्न देने की मांग की है.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि सुंदर लाल बहुगुणा ने नशाबंदी के खिलाफ आजीवन काम किया. आजादी की लड़ाई में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और गांधीवादी जीवन बिताया. शादी से पहले विमला जी के सामने उन्होंने शर्त रखी कि आजीवन ग्रामीण इलाके में रहेंगी और सादा जीवन बिताएंगी. चिपको आंदोलन के बारे में सभी जानते हैं. उनके जीवन से पीढ़ियों को प्रेरणा मिलती है. हमें खुशी है कि देश भर में यह अकेली विधानसभा है, जहां सुंदर लाल बहुगुणा का पोट्रेट स्थापित है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज भले ही यह विधानसभा उन्हें भारत रत्न देने का प्रस्ताव पास कर रही है, लेकिन यह भावना देश भर की है. अच्छा होता कि उनके जीवित रहते हम उन्हें भारत रत्न देते. मैंने उन्हें Bharat Ratna देने के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है. प्रस्ताव में मैं एक बदलाव कर रहा हूं उनका योगदान केवल पर्यावरण के क्षेत्र में नहीं है. उन्होंने देश और समाज के सभी क्षेत्रों में काम किया है.
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भावना गौड़ के प्रस्ताव का समर्थन करते हुए विधायक प्रवीण कुमार ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने Sundar Lal Bahuguna को भारत रत्न दिलाने का कमिटमेंट कर रखा है और अरविंद केजरीवाल के लिए हम कह सकते हैं कि उन्होंने एक बार कमिटमेंट कर ली, तो खुद की भी नहीं सुनते.
वहीं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने भी सुंदल लाल बहुगुणा को भारत रत्न देने की मांग की है. हरीश रावत ने ट्वीट करते हुए लिखा कि "वृक्ष जागरूकता और पर्यावरण चेतना के प्रसार के क्षेत्र व सारे विश्व में अद्वितीय योगदान देने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, पद्म विभूषण स्व. सुंदरलाल लाल बहुगुणा जी को उनके अतुलनीय योगदान को सम्मानित करने का यह सही वक्त है. मैं उत्तराखंड विधानसभा से प्रार्थना करना चाहूंगा कि वो विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित कर स्वर्गीय सुंदरलाल बहुगुणा जी का नाम भारत रत्न के लिए प्रस्तावित करें."