देहरादून: दिन प्रतिदिन कोरोना की दहशत बढ़ती ही जा रही है. ऐसे में जब किसी जगह पर कोविड 19 के मरीज की पुष्टि हो जाती है तो फिर उस जगह पर क्या कुछ प्रक्रिया की जाती है और किस तरह से उस जगह को हाई रिस्क जगह के रूप में चिन्हित किया जाता है, देखिये हमारी स्पेशल रिपोर्ट में...
देहरादून में कोरोना की पहली पुष्टि होने के बाद पूरे राज्य में हड़कंप मच गया था. पहला केस देहरादून की सुप्रसिद्ध FRI बिल्डिंग में पाया गया था. जहां स्पेन से आये तकरीबन 45 IFS प्रशिक्षु में से 3 कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे.
यह समझा जा रहा रहा था कि कोरोना को FRI परिसर में ही समेट दिया गया गया है, लेकिन इसके बाद अचानक जब देहरादून के सबसे पॉश एरिया राजपुर रोड पर मौजूद एक होटल में रुकी महिला कोरोना पॉजिटिव पायी गयी तो शासन प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए.
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देहरादून राजपुर रोड पर स्थित होटल में रुकी एक महिला के कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना के बाद इस पूरे होटल को तत्काल प्रभाव से सीज कर दिया गया. साथ ही होटल को बॉयोहेजार्ड क्षेत्र के रूप में चिन्हित कर दिया गया था.
देहरादून राजपुर रोड पर मौजूद इस परिसर को वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन द्वारा अधिकृत बॉयोहेजार्ड कॉटन ऑफ किया गया है. किस तरह का आलम है देहरादून राजपुर रोड स्थित इस परिसर का इसका जायजा ETV भारत की टीम ने. यही नहीं इस जगह पर किस तरह से सन्नाटा पसरा और कैसे होटल के अंदर मोजूद लोग पिछले कई दिनों से अंदर ही रहने को मजबूर हैं.