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राजाजी टाइगर रिजर्व में आपसी संघर्ष में हाथी की मौत, मोतीचूर रेंज की घटना

राजाजी टाइगर रिजर्व के मोतीचूर रेंज में संघर्ष में हाथी की मौत हो गई. वन विभाग ने हाथी के दांतों को सुरक्षित रखते हुए हाथी को दफना दिया है.

Rajaji Tiger Reserve
राजाजी टाइगर रिजर्व
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Published : Feb 17, 2022, 8:03 PM IST

Updated : Feb 17, 2022, 8:47 PM IST

ऋषिकेश: राजाजी टाइगर रिजर्व के मोतीचूर रेंज में हाथियों के बीच संघर्ष में एक 55 वर्षीय हाथी की मौत हो गई. सूचना के बाद राजाजी टाइगर रिजर्व की टीम मौके पर पहुंची. घटनास्थल पर मृत हाथी के शरीर पर कई गहरे घाव मिले. पार्क प्रशासन की टीम ने हाथी के शव को दफना दिया है. वहीं, उसके दांतों को सुरक्षित रख लिया है.

पार्क के निदेशक अखिलेश तिवारी ने बताया कि मौके पर हाथियों के पैरों के निशान और काफी खून बिखरा मिला. घटनास्थल पर मृत हाथी के पेट और शरीर के अन्य हिस्सों पर गहरे जख्म भी मिले हैं. इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि दो हाथियों के बीच यह संघर्ष हुआ होगा. इस संघर्ष में लगभग 55 वर्षीय हाथी की मौत हो गई है. वहीं, दूसरा हाथी के घायल होने की अंदेशा है. ऐसे में उस हाथी की भी तलाश की जा रही है.

ये भी पढ़ेंः पौड़ी और ऋषिकेश में गुलदार की धमक से दहशत में लोग, वन विभाग टीम मुस्तैद

पार्क निदेशक ने रेंज अधिकारियों के हवाले से बताया कि सुबह करीब 3 बजे हाथियों की चिंघाड़ सुनाई दी. जिसके बाद गश्ती दल को उस क्षेत्र में रवाना किया गया. जब टीम वहां पहुंची तो एक हाथी मृत पड़ा मिला. इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि किसी युवा हाथी से संघर्ष हुआ होगा, जिसमें 55 वर्षीय हाथी की जान चली गई. हाथी के दांत को निकालकर सुरक्षित रखा गया है. पशु चिकित्सक डॉक्टर राकेश नौटियाल ने मृत हाथी का पोस्टमॉर्टम किया. उसके सभी अंग सुरक्षित मिले. उसके शव को जंगल में दफन कर दिया गया है.

ऋषिकेश: राजाजी टाइगर रिजर्व के मोतीचूर रेंज में हाथियों के बीच संघर्ष में एक 55 वर्षीय हाथी की मौत हो गई. सूचना के बाद राजाजी टाइगर रिजर्व की टीम मौके पर पहुंची. घटनास्थल पर मृत हाथी के शरीर पर कई गहरे घाव मिले. पार्क प्रशासन की टीम ने हाथी के शव को दफना दिया है. वहीं, उसके दांतों को सुरक्षित रख लिया है.

पार्क के निदेशक अखिलेश तिवारी ने बताया कि मौके पर हाथियों के पैरों के निशान और काफी खून बिखरा मिला. घटनास्थल पर मृत हाथी के पेट और शरीर के अन्य हिस्सों पर गहरे जख्म भी मिले हैं. इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि दो हाथियों के बीच यह संघर्ष हुआ होगा. इस संघर्ष में लगभग 55 वर्षीय हाथी की मौत हो गई है. वहीं, दूसरा हाथी के घायल होने की अंदेशा है. ऐसे में उस हाथी की भी तलाश की जा रही है.

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पार्क निदेशक ने रेंज अधिकारियों के हवाले से बताया कि सुबह करीब 3 बजे हाथियों की चिंघाड़ सुनाई दी. जिसके बाद गश्ती दल को उस क्षेत्र में रवाना किया गया. जब टीम वहां पहुंची तो एक हाथी मृत पड़ा मिला. इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि किसी युवा हाथी से संघर्ष हुआ होगा, जिसमें 55 वर्षीय हाथी की जान चली गई. हाथी के दांत को निकालकर सुरक्षित रखा गया है. पशु चिकित्सक डॉक्टर राकेश नौटियाल ने मृत हाथी का पोस्टमॉर्टम किया. उसके सभी अंग सुरक्षित मिले. उसके शव को जंगल में दफन कर दिया गया है.

Last Updated : Feb 17, 2022, 8:47 PM IST
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