देहरादून: प्रदेश में बिगड़ते मौसम ने आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. लगातार हो रही भारी बर्फबारी और बारिश के बीच दून मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ चिकित्सकों ने हृदय रोग, बीपी लकवा ग्रस्त और सांस की दिक्कतों से ग्रसित मरीजों को विशेष तरह से बचाव करने की सलाह दी.
वरिष्ठ फिजिशियन डॉक्टर एसडी जोशी ने बताया कि तापमान में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. ऐसे में हृदय रोग ब्लड प्रेशर लकवा ग्रस्त और सांस की दिक्कतों से संबंधित रोगियों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है. ऐसे मरीज सुबह मार्निंग वॉक पर न जाएं क्योंकि हृदय रोग से पीड़ित मरीजों की धमनियां संकुचित हो जाती है. जिस कारण हृदय में अतिरिक्त दबाव पड़ता है. हृदय में ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं होने की वजह से हार्ट अटैक की संभावनाएं बढ़ जाती हैं.
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उन्होंने बताया कि बर्फबारी और ठिठुरन के मौसम में खाने में भी नियंत्रण रखना जरूरी है. इसके लिए रात के भोजन (बासी भोजन) से परहेज करना आवश्यक है, साथ ही जंक फूड को भी न ग्रहण किया जाए तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होगा. जंक फूड से पेट में सर्कुलेशन डिस्टर्ब होता है. जिसकी वजह से भोजन को हजम करने में भी दिक्कत आती है.
ऐसे मौसम में सांस रोगों से पीड़ित मरीजों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है, इस मौसम में सांस फूलने लगती है .ऐसे में सांस रोग से पीड़ित मरीज जब भी घर से निकले तो पूरे कपड़े पहनकर निकले. इस प्रकार की दिक्कतों से संबंधित मरीजों को कम से कम बाहर निकलना चाहिए. स्वस्थ रहने के लिए भोजन में गर्म खाने का ही सेवन करें और बासी भोजन का परहेज करें.
गौरतलब है कि प्रदेश में बिगड़ते मौसम के मिजाज ने आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. ऐसे में दून मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने बीपी हृदय रोग लकवा ग्रस्त से पीड़ित मरीजों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है. चिकित्सकों का कहना है कि ऐसे मौसम में छोटे बच्चों पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है.