ETV Bharat / state

अवैध अतिक्रमण पर चला प्रशासन का डंडा, लोगों ने लगाए भेदभाव के आरोप - ऋषिकेश में प्रशासन सख्त

तीर्थनगरी के मायाकुंड निवासी अनिल गुप्ता ने 21 अप्रैल 2010 को उच्च न्यायालय (नैनीताल) में दायर याचिका में ऋषिकेश क्षेत्र में बढ़ते अतिक्रमण के बारे में बताया. उच्च न्यायालय ने याचिका पर सुनवाई करते हुए नदी नालों के ऊपर किए गए अवैध निर्माण को हटाने के आदेश जारी कर दिए थे. इसको संज्ञान में लेते हुए प्रशासन ने अतिक्रमण पर कड़ी कार्रवाई की है.

अवैध अतिक्रमण पर चला प्रशासन का डंडा.
author img

By

Published : Apr 25, 2019, 5:26 PM IST

ऋषिकेश: उच्च न्यायालय द्वारा नदी नालों के ऊपर बने अवैध अतिक्रमण को तोड़ने के आदेश का अनुपालन करते हुए प्रशासन ने अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया. साथ ही व्यापारियों ने प्रशासन पर अतिक्रमण हटाने को लेकर भेदभाव करने का आरोप लगाया है. याचिकाकर्ता अनिल गुप्ता ने अतिक्रमण को सही ढंग से न हटाए जाने को लेकर आत्मदाह करने तक की चेतावनी दे दी.

तीर्थनगरी के मायाकुंड निवासी अनिल गुप्ता ने 21 अप्रैल 2010 को उच्च न्यायालय (नैनीताल) में दायर याचिका में ऋषिकेश क्षेत्र में बढ़ते अतिक्रमण के बारे में बताया. उच्च न्यायालय ने याचिका पर सुनवाई करते हुए नदी नालों के ऊपर किए गए अवैध निर्माण, चंद्रभागा नदी में बसी बस्ती, त्रिवेणी घाट पर सरस्वती नाले के ऊपर निर्माणाधीन दुकान, रेलवे रोड पर अतिक्रमण की जद में आने वाले सभी दुकानों और 10 स्थलों को तोड़ने के आदेश जारी किए थे, लेकिन सरकारी गतिविधियों के चलते अतिक्रमण नहीं हटाया जा सका.

अवैध अतिक्रमण पर चला प्रशासन का डंडा.

साथ ही प्रशासन ने सिर्फ खोखे और ठेली वालों का अतिक्रमण हटाए जा रहे हैं, जिसके बाद याचिकाकर्ता ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर निष्पक्ष तरीके से अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो वह आत्मदाह करने को मजबूर होंगे.
नगर निगम ऋषिकेश के महानगर आयुक्त चतर सिंह ने बताया कि अतिक्रमण हटाने का अभियान चल रहा है. इस अभियान में मुख्य मार्गों पर हुए अतिक्रमण को हटाया जा रहा है. साथ ही उन्होंने सभी आरोपों को खारिज करते हुए बताया कि सिर्फ ठेली वालों का ही अतिक्रमण नहीं हटाया जा रहा है, बल्कि सभी तरह के अतिक्रमण हटाए जा रहे हैं.

ऋषिकेश: उच्च न्यायालय द्वारा नदी नालों के ऊपर बने अवैध अतिक्रमण को तोड़ने के आदेश का अनुपालन करते हुए प्रशासन ने अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया. साथ ही व्यापारियों ने प्रशासन पर अतिक्रमण हटाने को लेकर भेदभाव करने का आरोप लगाया है. याचिकाकर्ता अनिल गुप्ता ने अतिक्रमण को सही ढंग से न हटाए जाने को लेकर आत्मदाह करने तक की चेतावनी दे दी.

तीर्थनगरी के मायाकुंड निवासी अनिल गुप्ता ने 21 अप्रैल 2010 को उच्च न्यायालय (नैनीताल) में दायर याचिका में ऋषिकेश क्षेत्र में बढ़ते अतिक्रमण के बारे में बताया. उच्च न्यायालय ने याचिका पर सुनवाई करते हुए नदी नालों के ऊपर किए गए अवैध निर्माण, चंद्रभागा नदी में बसी बस्ती, त्रिवेणी घाट पर सरस्वती नाले के ऊपर निर्माणाधीन दुकान, रेलवे रोड पर अतिक्रमण की जद में आने वाले सभी दुकानों और 10 स्थलों को तोड़ने के आदेश जारी किए थे, लेकिन सरकारी गतिविधियों के चलते अतिक्रमण नहीं हटाया जा सका.

अवैध अतिक्रमण पर चला प्रशासन का डंडा.

साथ ही प्रशासन ने सिर्फ खोखे और ठेली वालों का अतिक्रमण हटाए जा रहे हैं, जिसके बाद याचिकाकर्ता ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर निष्पक्ष तरीके से अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो वह आत्मदाह करने को मजबूर होंगे.
नगर निगम ऋषिकेश के महानगर आयुक्त चतर सिंह ने बताया कि अतिक्रमण हटाने का अभियान चल रहा है. इस अभियान में मुख्य मार्गों पर हुए अतिक्रमण को हटाया जा रहा है. साथ ही उन्होंने सभी आरोपों को खारिज करते हुए बताया कि सिर्फ ठेली वालों का ही अतिक्रमण नहीं हटाया जा रहा है, बल्कि सभी तरह के अतिक्रमण हटाए जा रहे हैं.

Intro:FEED SEND ON FTP
ऋषिकेश-- उच्च न्यायालय के आदेश पर उप जिलाधिकारी प्रेमलाल फोर्स के साथ ऋषिकेश क्षेत्र के कई इलाकों में किए गए अतिक्रमण को ध्वस्त कराया लेकिन कई ऐसे पक्के निर्माण थे जिनको ध्वस्त नहीं किया गया जिस कारण व्यापारियों ने प्रशासन पर अतिक्रमण हटाने को लेकर भेदभाव करने का आरोप लगाया वहीं याचिकाकर्ता अनिल गुप्ता ने अतिक्रमण को सही ढंग से ना हटाए जाने को लेकर आत्मदाह की चेतावनी भी दी है।


Body:वी/ओ-- ऋषिकेश मायाकुंड निवासी अनिल गुप्ता ने 21 अप्रैल 2010 को उच्च न्यायालय नैनीताल में ऋषिकेश क्षेत्र में बढ़ते हुए अतिक्रमण के खिलाफ एक जनहित याचिका दायर की थी जिस पर उच्च न्यायालय ने याचिका पर सुनवाई करते हुए नदी नालों के ऊपर किए गए अवैध निर्माण चंद्रभागा नदी में बसी बस्ती त्रिवेणी घाट पर सरस्वती नाले के ऊपर निर्माणाधीन दुकान रेलवे रोड पर स्थित अतिक्रमण की जद में आने वाले सभी दुकानों व दस धार्मिक स्थलों को तोड़ने के आदेश जारी किए थे लेकिन सरकारी तंत्रों के हीला हवाली के चलते सहरसा अतिक्रमण नहीं हटाया जा सका हालांकि प्रशासन देर से जागा और अतिक्रमण हटाना शुरू किया तो प्रशासन ने सिर्फ खोखे और ठेली वालों का अतिक्रमण हटाया जिसके बाद याचिकाकर्ता ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर निष्पक्ष तरीके से अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो वह आत्मदाह करने को मजबूर होंगे।

बाईट--राजेश कुमार(खोखा वाला)
बाईट--राकेश कुमार(खोखा वाला)
बाईट--अनिल गुप्ता(याचिकाकर्ता)


Conclusion:वी/ओ-- नगर निगम ऋषिकेश के महा नगर आयुक्त चतर सिंह ने बताया कि अतिक्रमण हटाने का अभियान चल रहा है इस अभियान में मुख्य मार्गों पर हुए अतिक्रमण को हटाया जा रहा है उन्होंने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सिर्फ खुफिया ठेली वालों का ही अतिक्रमण नहीं हटाया जा रहा है बल्कि सभी तरह के अतिक्रमण हटाया जा रहे हैं।

बाईट--चतर सिंह(महानगर आयुक्त,नगर निगम ऋषिकेश)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.