देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग पेपर लीक (UKSSSC paper leak case) मामले में मुख्य अभियुक्तों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट (Gangster Act against the accused) में कार्रवाई की जाएगी. डीजीपी अशोक कुमार (DGP Ashok Kumar) ने कहा किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वो कितने ही बड़े पद पर क्यों ना हो. एसटीएफ के रडार में इस पूरे गोरखधंधे के मास्टरमाइंड हैं. जल्दी ही कई लोगों की गिरफ्तारियां हो सकती हैं. इसके साथ ही लीक पेपर से पास होने वाले 50 परीक्षार्थियों को उत्तराखंड पुलिस ने चिन्हित किया है और इनकी अभ्यर्थिता रद्द कराने के लिए आयोग को पत्र लिखा जाएगा और मुकदमे में आरोपी बनाया जाएगा.
गौर हो कि, पेपर लीक जांच की आंच सचिवालय पर पहुंचने के बाद अपर सचिव की गिरफ्तारी (Additional secretary arrested) के बाद अभी तक 5 सरकारी कर्मचारी सहित 15 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. डीजीपी अशोक कुमार का कहना है कि पेपर लीक मामले में जो भी सरकारी कर्मचारी गिरफ्तार हो रहे हैं, उनके खिलाफ विभागीय नियमानुसार अलग से धाराएं भी बढ़ाई जाएंगी.
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DGP अशोक कुमार ने बताया कि पेपर लीक मामले की अभी तक कि जांच में 50 अभ्यर्थी ऐसे पाए गए हैं, जो पेपर लीक के जरिए परीक्षा परिणाम में चयनित हुए हैं. इतना ही नहीं, कई अन्य व्यक्ति भी संदिग्ध पाए गए हैं, जिनका सत्यापन और जांच की जा रही है. पेपर लीक मामले में एसटीएफ टीम की तरफ से अब तक की जांच पड़ताल कार्रवाई आउटस्टैंडिंग पाई गई है. ऐसे में एसटीएफ टीम को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विशेष कार्य के लिए पदक की संस्तुति मुख्यमंत्री के समक्ष गई है. हालांकि, अभी इस केस की जांच विवेचना लगातार जारी है.
UKSSSC पेपर लीक मामले में डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि एसटीएफ इस मामले में निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से जांच कर सख्त कार्रवाई कर रही है. अभी जांच और विवेचना जारी है. इस गोरखधंधे में जो भी शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सबूतों के आधार पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.