ऋषिकेश: उच्च न्यायालय के आदेश के एक साल बाद NHAI की नींद खुली है. प्रशासन द्वारा शहर के नेशनल हाईवे पर हुए अतिक्रमण का चिह्नीकरण किया गया है. ये कार्रवाई गढ़वाल कमिश्नर की दखल के बाद तेजी से अमल में लाई गई.
बता दें कि उच्च न्यायालय के आदेश के एक साल बाद NHAI ने हाईवे पर हुए अतिक्रमण को हटाने की सुध ली. इसी कड़ी में NHAI के अधिकारियों ने "1948 डिस्ट्रिक्ट इंजीनियर" व "1937 राजस्व विभाग" के नक्शे के आधार पर हाईवे पर हुए अतिक्रमण का चिह्नीकरण किया, ये रिपोर्ट एक हफ्ते के अंदर उच्चाधिकारियों को सौंप दी जाएगी. वहीं, इस कार्रवाई से अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मचा हुआ है. इस दौरान कुछ अतिक्रमणकारी द्वारा इस कार्रवाई का विरोध भी देखने को मिला है.
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आपको बता दें कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए उच्च न्यायालय ने सख्त निर्देश दिए थे, लेकिन विभाग द्वारा अतिक्रमण का सीमांकन ही नहीं किया गया था, जिसके बाद गढ़वाल आयुक्त के दखल के बाद अधिकारियों की नींद टूटी और उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग पर अतिक्रमण का चिह्नीकरण किया. वहीं, गढ़वाल आयुक्त रवीनाथ शर्मा ने साफ कहा है कि वह लगातार अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर अब खुद मॉनिटरिंग करेंगे.