देहरादून: अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita Bhandari murder case) के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के काले कारनामे और आपराधिक प्रवृत्ति के किस्से अब जगजाहिर हैं. उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी को मौत के घाट उतारने वाले अपराधियों को सजा तो मिलेगी ही, लेकिन पुलकित आर्य अपराध करने के बाद किस तरह से बेफिक्र घूम रहा था, यह बात हम आपको बताने जा रहे हैं.
पुलिस पूछताछ में यह बात सामने आई कि आरोपी सौरभ, अंकित और पुलकित आर्य तीनों अंकिता को लेकर पहले ऋषिकेश गए और वहां से चीला बैराज (Chila Barrage) पहुंचे. पुलिस की पूछताछ में सौरभ ने बताया कि अंकिता, पुलकित के साथ स्कूटी पर थी और उन दोनों का किसी बात पर झगड़ा हुआ. तभी अंकिता ने पुलकित का मोबाइल नहर में फेंक दिया (Ankita threw Pulkit mobile in the canal ). बात इतनी बिगड़ गई कि पुलकित ने केवल उसको मारा, बल्कि उसे भी नदी में धक्का दे दिया. इस घटना को अंजाम देने के बाद तीनों अपने-अपने घर के लिए रवाना हो गए.
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इस जघन्य अपराध को तीनों ने 18 सितंबर को अंजाम दिया था. इस घटना को अंजाम देने के बाद पुलकित अपने हरिद्वार स्थित आवास पर आ गया. वहीं, अंकिता को नहर में फेंकने के बावजूद पुलिकत 19 तारीख को भी अपनी रूटीन लाइफ फॉलो कर रहा था. 19 सितंबर की शाम पुलकित रोजाना की तरह रानीपुर मोड स्थित जाने माने एक जिम में पहुंचा. वहां पर उसने लगभग 2 घंटे जिम में पसीने बहाए. उसके साथ जिम करने वाले लोगों ने बताया कि उसके चेहरे से जरा भी नहीं लग रहा था कि उसने इतने बड़े घटना को अंजाम दिया है और ऐसे बेफिक्री से भी घूम सकता है.
ईटीवी भारत ने जिम मैनेजर से इस बारे में पूछा तो उन्होंने इस बात की पुष्टि की. जिम मैनेजर ने कहा पुलकित 19 सितंबर को शाम को जिम आया था और उसने यहां पर वर्कआउट भी किया था. बकायदा उसके आने-जाने और जिम करने के सीसीटीवी फुटेज भी मौजूद हैं.