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स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलाने के नाम किया करता था ठगी, अब चढ़ा पुलिस के हत्थे

आरोपी पिछले छह महीने के पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाता है. लेकिन इस बार वो पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया. आरोपी नौकरी के नाम पर कई लोगों चूना लगा चुका है.

dehradun
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी,.
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Published : Jan 15, 2021, 7:04 PM IST

देहरादून: स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए ठगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने वसंत विहार इलाके से गिरफ्तार किया है. पुलिस पिछले छह महीने से आरोपी की तलाश कर रही थी. पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है.

पुलिस ने बताया कि बीती 17 अगस्त 2020 को डॉक्टर प्रतिमा सिंह निवासी गंगोत्री विहार ने रायपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि आरोपी अभय कुमार ने एनपीपीए में असिस्टेंट डायरेक्टर के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी विज्ञप्ति दिखाकर और फर्जी नियुक्ति पत्र देकर उन से 7.35 लाख रुपए की ठगी की थी.

पढ़ें- हल्द्वानी: दहेज की मांग पूरी न होने पर पति ने कराया गर्भपात, तीन तलाक देकर घर से निकाला

पुलिस ने मामले की जांच की तो सामने आया कि अभय कुमार एक अखबार का पत्रकार है. इसकी आड़ मे वह लोगों से फर्जीवाड़ा करता है. लॉकडाउन के दौरान आरोपी ने पीड़िता को बताया था कि इस समय डॉक्टरों की बहुत आवश्यकता है. उसने पीड़िता को एक फर्जी विज्ञप्ति और फर्जी नियुक्ति पत्र दिखाकर विश्वास में लिया है और फिर उससे 7.35 लाख रुपए ठग लिए. पुलिस तभी से उसकी तलाश कर रही थी.

रायपुर थाना प्रभारी दिलबर सिंह ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एक टीम गठित की गई थी. आरोपी अभय कुमार की तलाश के लिए उसके संभावित जगहों पर दबिश दी गई. आरोपी के लगातार फरार होने के कारण न्यायालय से आरोपी का गिरफ्तारी वारंट प्राप्त किया गया. पुलिस टीम को सूचना मिली कि आरोपी अपने वसंत विहार स्थित किराए के आवास में आया हुआ है. जिसके बाद पुलिस ने उसे मौके से गिरफ्तार कर लिया.

आरोपी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से स्वास्थ्य सचिव के नाम का फर्जी नियुक्ति पत्र पीड़िता को जारी किया था और नियुक्ति पत्र पर विश्वास कर पीड़िता से रुपए ठगे थे. आरोपी द्वारा इस तरह के कई लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र जारी किए गए हैं. जिसमें फर्जी रूप से स्वास्थ्य सचिव व अन्य सचिव के हस्ताक्षर से जारी किए गए हैं.

पैराल से फरार आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया

क्लेमेंट टाउन पुलिस ने कोविड-19 के मद्देनजर कारागार से 6 महीने के लिए पैरोल पर रिहा हुए बंदी को एमईएस कॉलोनी से गिरफ्तार किया गया. एसएसपी के निर्देश पर ऐसे अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है, जो पैरोल और जमानत की समय सीमा पूरी होने के बाद भी वापस नहीं लौटे है. इसी में एक था रौनक कुमार, जो पैरोल पर छह महीने के लिए जेल से बाहर आया था. लेकिन समय सीमा पूरी होने पर वापस नहीं लौटा. जिसे पुलिस ने गुरुवार देर रात को गिरफ्तार कर लिया.

देहरादून: स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए ठगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने वसंत विहार इलाके से गिरफ्तार किया है. पुलिस पिछले छह महीने से आरोपी की तलाश कर रही थी. पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है.

पुलिस ने बताया कि बीती 17 अगस्त 2020 को डॉक्टर प्रतिमा सिंह निवासी गंगोत्री विहार ने रायपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि आरोपी अभय कुमार ने एनपीपीए में असिस्टेंट डायरेक्टर के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी विज्ञप्ति दिखाकर और फर्जी नियुक्ति पत्र देकर उन से 7.35 लाख रुपए की ठगी की थी.

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पुलिस ने मामले की जांच की तो सामने आया कि अभय कुमार एक अखबार का पत्रकार है. इसकी आड़ मे वह लोगों से फर्जीवाड़ा करता है. लॉकडाउन के दौरान आरोपी ने पीड़िता को बताया था कि इस समय डॉक्टरों की बहुत आवश्यकता है. उसने पीड़िता को एक फर्जी विज्ञप्ति और फर्जी नियुक्ति पत्र दिखाकर विश्वास में लिया है और फिर उससे 7.35 लाख रुपए ठग लिए. पुलिस तभी से उसकी तलाश कर रही थी.

रायपुर थाना प्रभारी दिलबर सिंह ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एक टीम गठित की गई थी. आरोपी अभय कुमार की तलाश के लिए उसके संभावित जगहों पर दबिश दी गई. आरोपी के लगातार फरार होने के कारण न्यायालय से आरोपी का गिरफ्तारी वारंट प्राप्त किया गया. पुलिस टीम को सूचना मिली कि आरोपी अपने वसंत विहार स्थित किराए के आवास में आया हुआ है. जिसके बाद पुलिस ने उसे मौके से गिरफ्तार कर लिया.

आरोपी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से स्वास्थ्य सचिव के नाम का फर्जी नियुक्ति पत्र पीड़िता को जारी किया था और नियुक्ति पत्र पर विश्वास कर पीड़िता से रुपए ठगे थे. आरोपी द्वारा इस तरह के कई लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र जारी किए गए हैं. जिसमें फर्जी रूप से स्वास्थ्य सचिव व अन्य सचिव के हस्ताक्षर से जारी किए गए हैं.

पैराल से फरार आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया

क्लेमेंट टाउन पुलिस ने कोविड-19 के मद्देनजर कारागार से 6 महीने के लिए पैरोल पर रिहा हुए बंदी को एमईएस कॉलोनी से गिरफ्तार किया गया. एसएसपी के निर्देश पर ऐसे अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है, जो पैरोल और जमानत की समय सीमा पूरी होने के बाद भी वापस नहीं लौटे है. इसी में एक था रौनक कुमार, जो पैरोल पर छह महीने के लिए जेल से बाहर आया था. लेकिन समय सीमा पूरी होने पर वापस नहीं लौटा. जिसे पुलिस ने गुरुवार देर रात को गिरफ्तार कर लिया.

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