देहरादूनः उत्तराखंड में बीते एक हफ्ते से लगातार बारिश हो रही है. बारिश के कारण पहाड़ से लेकर मैदान तक सब प्रभावित हैं. पहाड़ों में बारिश से भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई है, जबकि मैदानी इलाकों में बहने वाली नदियों ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. बारिश के कारण पहाड़ों में कई रास्ते टूट चुके हैं तो मैदानी जिलों में जलभराव ने लोगों की समस्याओं को कई गुना बढ़ा दिया है. आसमान से बरस रही आफत के रूप में बारिश ने प्रदेश की 3 बॉर्डर रोड, 6 नेशनल हाईवे समेत कुल 297 सड़कें बंद कर दी है.
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#WATCH | Uttarakhand | Flood-like situation has arisen in Laksar of Haridwar district due to heavy rains. NDRF is conducting a rescue operation to evacuate the people trapped in the area. pic.twitter.com/rfyisEUSn1
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 12, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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उत्तराखंड में चारधाम यात्रा चल रही है, जिसमें अब तक 35 लाख 5 हजार 183 यात्री चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं. इन यात्रियों को दर्शन कराने के लिए चारधाम रूट पर अभी तक 3 लाख 88 हजार 682 वाहन की सेवा ली गई है. 22 अप्रैल से शुरू हुई चारधाम यात्रा में अभी तक 164 लोगों की मौत हो चुकी है. ऐसे में देखा जाए तो एक तरफ चारधाम यात्रा चल रही है तो दूसरी तरफ पिछले एक हफ्ते से हो रही बारिश ने शासन-प्रशासन की चुनौतियां और भी ज्यादा बढ़ा दी है. पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के कारण प्रदेश भर में 3 बॉर्डर रोड, 6 नेशनल हाईवे सहित कुल 297 छोटे-बड़े मार्ग बाधित हैं.
उत्तरकाशी में 3 नेशनल हाईवे बंद: उत्तरकाशी जिले में 10 जुलाई की शाम 7:30 बजे भटवाड़ी के मनेरी थाना के अंतर्गत गंगनानी में 3 गाड़ियों के ऊपर से मलबा और बॉर्डर गिरने से 4 लोगों की मौत हो गई थी. घटना में 7 लोग घायल हो गए थे, जिनका इलाज जारी है. उत्तरकाशी जिले में 3 नेशनल हाईवे (राना चट्टी में ऋषिकेश -यमुनोत्री NH-94, पकौड़ी नाला में ऋषिकेश-गंगोत्री NH-108 और जाजरगाड़ में विकासनगर-बड़कोट NH-123) बंद है, जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है. इसके अलावा उत्तरकाशी में 2 स्टेट हाईवे और 26 ग्रामीण मार्ग अवरुद्ध है.
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#WATCH | The traffic on the Gangotri Highway has been affected due to the rockfall near Dharasu. Several vehicles are stuck due to the closure of the highway. Yamunotri Highway in Kalyani is also affected. The pilgrimage to both the Dhams has been affected by the rain: Uttarkashi… pic.twitter.com/62T8bkTUPV
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रुद्रप्रयाग में बंद 26 सड़कें: रुद्रप्रयाग जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण अलकनंदा नदी और मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ गया है. हालांकि, दोनों ही नदी अपने खतरे के निशान से नीचे बह रही है. इसके अलावा रुद्रप्रयाग जिले में सभी नेशनल हाईवे खुले हुए हैं, लेकिन 1 स्टेट हाईवे और 25 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं. जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है.
देहरादून में नेशनल हाईवे समेत 56 सड़कें अवरुद्ध: प्रदेश के अन्य जिलों की तरह देहरादून में भी लगातार भारी बारिश हो रही है. देहरादून जिले में बंद सड़कों की अगर हम बात करें तो नेशनल हाईवे 707A पुस्ता टूटने की वजह से बंद है. इसके अलावा जिले में 6 स्टेट हाईवे, 1 मुख्य जिला मार्ग, 48 ग्रामीण सड़कें बंद है.
टिहरी के नरेंद्र नगर में भारी बारिश: टिहरी जिले में बीते रोज सबसे ज्यादा नरेंद्र नगर क्षेत्र में 105 एमएम बारिश हुई. इसके अलावा जिले में मौजूद टिहरी डैम का जलस्तर 775.85 मीटर पहुंच चुका है. जबकि डेम का अधिकतर जलस्तर 830 मीटर है. टिहरी जिले में बंद सड़कों की अगर हम बात करें तो टिहरी में एनएच-58 तोता घाटी के पास मलबा आने से अवरुद्ध है. जिले में एक राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 5 राज्य मार्ग और 32 ग्रामीण मार्ग बंद है, जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है.
हरिद्वार हुआ पानी-पानी: हरिद्वार जिले में भी लगातार कई जगहों पर बारिश हो रही है. पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के कारण हरिद्वार के निचले इलाकों में भारी जलभराव हुआ है. हरिद्वार तहसील में 17 जगहों पर, रुड़की में 14 जगहों पर, लक्सर में एक जगह पर और भगवानपुर में 4 जगहों पर जलभराव की समस्या देखी जा रही है. हरिद्वार में तकरीबन 35 जगहों पर भारी जलभराव हुआ है. हरिद्वार में गंगा नदी अपने खतरे के निशान से केवल 1 मीटर नीचे (293 मीटर) बह रही है. सड़कों की अगर बात करें तो हरिद्वार में 1 स्टेट हाईवे, 1 जिला हाईवे, 1 अन्य जिला मार्ग समेत 8 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद है.
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बागेश्वर में 6 सड़कें बंद: बागेश्वर जिले में भी लगातार रुक-रुककर बारिश हो रही है. जिले की सरयू और गोमती नदी का जलस्तर लगातार अपने खतरे के निशान की तरफ बढ़ रहा है. इसके अलावा जिले में 6 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद हैं, जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है. जिले के सभी नेशनल हाईवे खुले हुए हैं.
पौड़ी में 22 सड़कें अवरुद्ध: पौड़ी जिले में भी लगातार कई जगहों पर पिछले कई घंटों से बरसात हो रही है. पौड़ी जिले में 5 स्टेट हाईवे, 1 मुख्य जिला मार्ग और 16 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद है. इन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है.
अल्मोड़ा में 16 ग्रामीण सड़कें बंद: अल्मोड़ा जिले में भी लगातार रुक-रुककर बारिश हो रही है, लेकिन अल्मोड़ा जिले में अभी तक किसी तरह के भारी नुकसान की खबर नहीं है. जिले में फिलहाल 16 ग्रामीण मार्गों के अवरुद्ध होने की सूचना है.
चमोली में बढ़ रहा नदियों का जलस्तर: चमोली जिले में अलकनंदा, मंदाकिनी और पिंडर नदी तीनों नदियों का जलस्तर अपने खतरे के निशान से मात्र 4 से 5 मीटर नीचे है. चमोली जिले में एनएच-58 ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे तोता घाटी पर बंद है. चमोली में बॉर्डर की तरफ जाने वाली जोशीमठ-मलारी रोड भी जुम्मा के पास बंद है. इसके अलावा चमोली जिले में 34 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद है, बाकी सभी नेशनल हाईवे खुले हुए हैं.
नैनीताल कोश्याकुटोली में भारी बारिश: नैनीताल जिले में भी लगातार बरसात हो रही है. पिछले 24 घंटे में नैनीताल जिले के कई इलाकों में भारी बारिश हुई है. इसमें सबसे ज्यादा कोश्याकुटोली में 119 एमएम बारिश हुई है, तो नैनीताल शहर में 90 एमएम बारिश पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड की गई है. नैनीताल जिले में 2 स्टेट हाईवे, 1 आंतरिक मार्ग और 19 ग्रामीण मार्ग बंद हैं.
चंपावत ने शारदा का जलस्तर खतरे से नीचे: चंपावत जिले में भी लगातार बरसात हो रही है. जिले में मौजूदा शारदा नदी अपने खतरे के निशान पर बह रही थी, लेकिन अब शारदा नदी 219 मीटर से ऊपर के जलस्तर पर बह रही है. जबकि खतरे का जलस्तर 221 मीटर है. इसके अलावा जिले में 3 स्टेट हाईवे, 1 मुख्य जिला मार्ग और 18 ग्रामीण मोटर मार्ग अभी भी बंद हैं, जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है.
पिथौरागढ़ में नदियों का रौद्र रूप: पिथौरागढ़ जिले में भी लगातार धीमी बरसात हो रही है. पिथौरागढ़ में काली नदी अपने रौद्र रूप में है और लगभग अपने खतरे के निशान पर ही बह रही है. काली नदी का खतरे का जलस्तर 890 मीटर है, जबकि काली नदी इस वक्त 889 से ऊपर बह रही है. इसके अलावा पिथौरागढ़ जिले में 3 बॉर्डर रोड और 8 ग्रामीण मार्ग यातायात के लिए बंद है, जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है.
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