देहरादून: बाल संरक्षण आयोग ने आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी को नोटिस जारी किया था, जिसके जवाब में सोमवार को प्रदेश प्रभारी और आप प्रदेश अध्यक्ष बाल संरक्षण आयोग में पहुंचे. हालांकि आयोग पहुंचने से पहले आप कार्यकर्ताओं ने प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया और प्रदेश अध्यक्ष एसएस कॉलेज के नेतृत्व में सीएम त्रिवेंद्र रावत के खिलाफ नारेबाजी की और अपना आक्रोश व्यक्त किया.
आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने कहा कि बीजेपी ने गंगा के मुद्दे पर चुनाव लड़ा, लेकिन उन्होंने बीते 4 सालों से गंगा को उसका खोया सम्मान नहीं दिया. बल्कि स्कैप चैनल के तौर पर गंगा को अपमानित किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने राजनीतिक द्वेष की भावना से बाल आयोग द्वारा नोटिस जारी करवाया है. जो उनके अधीन नहीं आता है. उन्होंने कहा कि वह आयोग के समक्ष कानून का सम्मान करते हुए पहुंचे लेकिन बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्षा मौके पर मौजूद नहीं थी. जिसकी वजह से उनको बिना सुनवाई के वापस लौटना पड़ा है. आप प्रभारी का कहना है कि वह कानून का सम्मान करते हैं और अगला नोटिस जब आएगा तो वह फिर हाजिर होंगे.
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आम आदमी पार्टी ने बीजेपी को नसीहत देते हुए कहा कि आप का एक-एक कार्यकर्ता गंगा के सामान के लिए अपनी अंतिम सांस तक लड़ाई लड़ेगा. ऐसे में भाजपा को जितनी सियासत गंगा को लेकर करनी है, उन्होंने कर दी है. लेकिन अब बीजेपी गंगा पर सियासत करना बंद कर दें. बता दें कि बाल संरक्षण आयोग ने गंगा को लेकर आप के प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष को नोटिस जारी किया था. जिसके जवाब में आज प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष सुद्दोवाला स्थित बाल संरक्षण आयोग पहुंचे.