मसूरीः उत्तराखंड में आसमानी आफत से अब तक 66 लोगों की मौत हो चुकी है. अभी भी कई लोग लापता बताए जा रहे हैं. इस आपदा में काल कवलित हुए लोगों को मसूरी में श्रद्धांजलि दी गई. साथ ही सरकार से बृहद स्तर पर आपदा पीड़ितों की मदद करने की मांग की. इसके अलावा उन्होंने मुआवजा देने को भी कहा.
उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी संगठन और आम आदमी पार्टी ने मसूरी के शहीद स्थल पर हाल में आपदा में मारे गए मृतकों को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि बारिश और बाढ़ जैसी स्थिति से कुमाऊं क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ है, जहां पर कई लोग मौत के गाल में समा गए हैं. ऐसे में सरकार आपदा पीड़ित लोगों की मदद तो कर रही है, लेकिन इसमें और तेजी लाने की जरूरत है. वहीं, मृतकों के परिवारों को जल्द से जल्द मदद भी दी जाए.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड आपदा: सिंचाई विभाग को 29 करोड़ का नुकसान, 247 नहरें और 57 बाढ़ सुरक्षा कार्य प्रभावित
आप ने आपदा प्रबंधन पर उठाए सवालः आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता नवीन पिरशाली ने सरकार से आग्रह किया कि जल्द से जल्द आपदा पीड़ितों की मदद की जाए. मृतकों के परिवारों की मदद करने के लिए की गई घोषणाओं को भी जल्द पूरा किया जाए. उन्होंने सरकार के आपदा प्रबंधन पर भी सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व में मिले अलर्ट के बाद भी सरकार पूरी तरह से आपदा से निपटने के लिए तैयार नहीं थी. जिसके कारण कई लोगों की मौत हो गई है और भारी नुकसान हुआ है.
ये भी पढ़ेंः बिनसर में फंसे 25 पर्यटकों का रेस्क्यू, सोमेश्वर-अल्मोड़ा-कौसानी-रानीखेत हाईवे खुला
आपदा रिलीफ समूह गठित करे सरकारः उन्होंने कहा कि सरकार को हर आपदा ग्रसित क्षेत्रों में आपदा रिलीफ समूह का गठन करना चाहिए. जिससे आपदा की स्थिति में समूह से जुड़े लोग तत्काल एक्शन में आकर लोगों की मदद कर सकें. उन्होंने कहा कि कई जगह एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को पहुंचने में भी समय लगा है. ऐसे में अगर आपदा समूह होता तो शायद कई लोगों की जान बच सकती थी. स्थानीय लोगों को भी आपदा से बचाव कार्य से जोड़ने की जरूरत है. इसे लेकर समय-समय पर उनको प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड: आपदा में अबतक 66 लोगों की मौत, रेस्क्यू अभियान जारी