देहरादून: प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद आम आदमी पार्टी ने सरकार पर सवाल उठाते हुए निशाना साधा है. कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए आप ने कहा प्रदेश में तीसरी लहर की दस्तक दिख रही है, मगर अब भी सरकार कुछ नहीं कर रही है. साथ ही आम आदमी पार्टी ने सरकार से प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग की रफ्तार बढ़ाए जाने की मांग भी की है.
आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय भट्ट का कहना है कि कोरोना दोनों लहरों में कई लोगों की जानें चली गई लेकिन कोविड-19 जांच के नाम पर सरकार के लोगों की मिलीभगत ने हरिद्वार कुंभ में करोड़ों का घोटाला कर दिया. कोरोना के दौरान भी सरकारी व्यवस्थाओं और इंतजामों की पोल खुलती नजर आई. उन्होंने कहा मुख्यमंत्री धामी ने देवस्थानम बोर्ड के लिए कुछ नहीं किया, रोजगार पर कुछ नहीं किया, महिला सशक्तिकरण की दिशा में कुछ नहीं किया, पलायन रोकने की दिशा में भी कुछ नहीं किया, ऐसे में अब जनता कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक को देखते हुए उनसे कुछ करने को कह रही है.
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रोजगार के नाम पर मुख्यमंत्री ने 22,000 नौकरियां दिए जाने की बाद की थी, मगर धरातल पर कुछ नजर नहीं आया. उन्होंने कहा प्रदेश में भू कानून की मांग लगातार उठ रही है. पर इस पर भी कोई फैसला नहीं लिया गया. ऐसे में अब प्रदेश की जनता अब मुख्यमंत्री से कुछ करने की गुहार लगा रही है.
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आम आदमी पार्टी ने कोरोना टेस्टिंग की रफ्तार पर भी सरकार को आड़े हाथों लिया. संजय भट्ट का कहना है कि 4 अप्रैल से 10 अप्रैल तक कोरोना टेस्टिंग की रफ्तार बढ़ी. तब ये 2,39,522 थी. 24 से 30 अक्टूबर तक यह टेस्टिंग सरकार ने 1 हफ्ते में 83,7,30 तक की.
इससे पता चलता है कि सरकार ने लापरवाही बरतते हुए टेस्टिंग की रफ्तार घटाई. अभी आंकड़ा एक हफ्ते में 55,8,55 पहुंचा है, जो कि बहुत कम है. इसी प्रकार 40 हजार टारगेट की तुलना में 80 प्रतिशत कम यानी कि 8000 दैनिक टेस्ट ही मात्र हो रहे हैं. आम आदमी पार्टी ने सरकार से टेस्टिंग की रफ्तार बढ़ाए जाने की मांग की है.